पेरिस, 24 अप्रैल (एपी) फ्रांस में राष्ट्रपति पद के लिए मौजूदा राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों और धुर दक्षिणपंथी नेता मरीन ले पेन में से एक को चुनने के लिए रविवार को मतदान पूर्ण होने के बाद विभिन्न मतदान एजेंसी ने मैक्रों की जीत का अनुमान जताया।
महामारी और यूक्रेन में जारी युद्ध के बीच जारी राष्ट्रपति चुनाव में मैक्रों ने उन्हें एक और मौका देने की अपील मतदाताओं से की थी।
आधिकारिक रूप से चुनाव में मैक्रों की जीत की घोषणा होती है तो वह पिछले 20 साल में लगातार दूसरा कार्यकाल हासिल करने वाले पहले फ्रांसीसी राष्ट्रपति बन जाएंगे।
साथ ही, इसके यूरोप की भविष्य की दिशा तय करने और यूक्रेन में युद्ध रोकने के पश्चिमी देशों के प्रयासों पर दूरगामी परिणाम देखने को मिल सकते हैं।
इस बीच, दक्षिणपंथी नेता मरीन ले पेन ने रविवार को राष्ट्रपति पद की दौड़ में हार स्वीकार कर ली और मौजूदा राष्ट्रपति एमैनुअल मैक्रों को विजयी मान लिया। पेन ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में उनका अभूतपूर्व प्रदर्शन ”अपने आप में एक शानदार जीत” को दर्शाता है।
रविवार को मतदान संपन्न होने के बाद विभिन्न मतदान एजेंसियों ने अनुमान जताया कि मैक्रों अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी पर बड़ी बढ़त बनाते दिख रहे हैं। पांच साल पहले भी मैक्रों ने ली पेन को करारी मात देकर 39 वर्ष की उम्र में फ्रांस के सबसे युवा राष्ट्रपति बनने का गौरव हासिल किया था।
मतदान एजेंसी ओपिनियन-वे, हैरिस और इफोप के अनुमान के मुताबिक, कुल मतदान का 57 फीसदी 44 वर्षीय मौजूदा राष्ट्रपति मैक्रों के खाते में जाता दिख रहा है, जबकि मरीन ले पेन को 41.5 से 43 फीसदी वोट मिलने की संभावना है।
एपी शफीक पारुल
पारुल
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