वांग-डार वार्ता: चीन ने भारत एवं पाकिस्तान के बीच स्थायी संघर्षविराम’ का किया आह्वान, पाकिस्तान की संप्रभुता को चीनी समर्थन

वांग-डार वार्ता: चीन ने भारत एवं पाकिस्तान के बीच स्थायी संघर्षविराम’ का किया आह्वान, पाकिस्तान की संप्रभुता को चीनी समर्थन

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  • Publish Date - May 20, 2025 / 10:27 PM IST,
    Updated On - May 20, 2025 / 10:27 PM IST

(के जे एम वर्मा)

बीजिंग, 20 मई (भाषा) चीन ने मंगलवार को भारत और पाकिस्तान के बीच ‘व्यापक और स्थायी संघर्षविराम’ का आह्वान किया तथा उनसे बातचीत के जरिए मतभेदों को उचित तरीके से सुलझाने की अपील की।

इसके साथ ही, चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा में अपने ‘अटल मित्र’ पाकिस्तान के प्रति चीन का समर्थन भी व्यक्त किया।

वांग की यह टिप्पणी पाकिस्तान के उपप्रधानमंत्री एवं विदेश मंत्री मोहम्मद इसहाक डार के साथ बैठक के दौरान आई। डार तीन दिवसीय यात्रा पर यहां आए हैं।

डार भारत द्वारा पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी ढांचे पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत लक्षित हमले किये जाने के बाद चीन का दौरा करने वाले पहले उच्चस्तरीय पाकिस्तानी अधिकारी हैं। भारत ने पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के जवाब में छह मई की देर रात सैन्य कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की थी। पहलगाम में आतंकवादी हमले में 26 लोग मारे गए थे।

सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार वांग ने यहां डार से कहा, ‘‘चीन पाकिस्तान और भारत द्वारा वार्ता के जरिए उनके मतभेदों को उचित तरीके से सुलझाने, व्यापक और स्थायी संघर्षविराम हासिल करने तथा मौलिक समाधान तलाशने का स्वागत और समर्थन करता है।’’

उन्होंने डार से कहा ,‘‘ यह भारत और पाकिस्तान दोनों के मौलिक और दीर्घकालिक हितों के अनुरूप है तथा क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए अनुकूल है एवं अंतरराष्ट्रीय समुदाय की आम अपेक्षा भी यही है।’’

सरकारी ‘ग्लोबल टाइम्स’ के अनुसार वांग ने डार से कहा, ‘‘एक अटल मित्र के रूप में, चीन हमेशा की तरह, पाकिस्तान को उसकी राष्ट्रीय संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करने, उसकी राष्ट्रीय परिस्थितियों के अनुकूल विकास पथ तलाशने, आतंकवाद का डटकर मुकाबला करने और अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय मामलों में बड़ी भूमिका निभाने में दृढ़ता से समर्थन करेगा।’’

वांग के अलावा, डार ने चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के अंतरराष्ट्रीय विभाग (आईडीसीपीसी) के प्रभावशाली मंत्री लियू जियानचाओ से भी मुलाकात की तथा भारत-पाकिस्तान सैन्य संघर्ष से उत्पन्न मुद्दों के अलावा 1960 की सिंधु जल संधि को स्थगित रखने के नयी दिल्ली के फैसले पर भी चर्चा की।

डार ने वांग को 10 मई को पाकिस्तान और भारत के बीच चार दिनों के सैन्य संघर्ष के बाद सभी सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनने के बाद की नवीनतम स्थिति और पाकिस्तान के विचारों से परिचित कराया।

डार ने कहा कि पाकिस्तान अपनी राष्ट्रीय संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की दृढ़ता से रक्षा करेगा और साथ ही वह स्थिति को सामान्य बनाने के लिए भारत के साथ बातचीत जारी रखने को तैयार है।

उन्होंने सिंधु जल संधि (आईडब्ल्यूटी) को स्थगित करने के भारत के फैसले पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा ध्यान दिए जाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के अनुसार जम्मू-कश्मीर विवाद का समाधान दक्षिण एशिया में स्थायी शांति के लिए महत्वपूर्ण है।

भाषा राजकुमार प्रशांत

प्रशांत