हम वायरस, अन्य संकेतों में बदलाव के आधार पर महामारी की भविष्यवाणी करने में सक्षम: कृष्णा एला

हम वायरस, अन्य संकेतों में बदलाव के आधार पर महामारी की भविष्यवाणी करने में सक्षम: कृष्णा एला

हम वायरस, अन्य संकेतों में बदलाव के आधार पर महामारी की भविष्यवाणी करने में सक्षम: कृष्णा एला
Modified Date: November 29, 2022 / 08:54 pm IST
Published Date: June 16, 2022 10:45 pm IST

(प्रसून श्रीवास्तव)

पेरिस, 16 जून (भाषा) कोवैक्सीन निर्माता भारत बायोटेक के संस्थापक ने बृहस्पतिवार को कहा कि उनकी कंपनी अब वायरस और संबंधित संकेतों में बदलाव के आधार पर एक महामारी की भविष्यवाणी करने में सक्षम है।

‘विवाटेक 2022’ में इंडिया पवेलियन में भारत बायोटेक के संस्थापक और अध्यक्ष कृष्णा एला ने कहा कि कंपनी ने जीका वायरस पर संज्ञान लिये जाने से लगभग दो साल पहले उसे लेकर भविष्यवाणी की थी और उन्होंने दिसंबर 2019 में कोविड-19 के दुनिया भर में सामने आने से पहले एक महामारी के बारे में भी भविष्यवाणी की थी।

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एला ने कहा, “जीका, हम वैश्विक पेटेंट फाइल करने वाले पहले थे। यहां तक कि अटलांटा को भी जीका की जानकारी नहीं थी। हम दुनिया में पहले थे। इसका मतलब है कि हम खेल से पहले महामारी की भविष्यवाणी करने में सक्षम हैं। 2019 दिसंबर में बेंगलुरु के कार्नेगी मेलन में एक बैठक हुई थी। मैंने कहा कि एक महामारी आएगी क्योंकि संकेत आ रहे हैं। मैंने जो कहा, ठीक तीन महीने बाद कोविड सामने आया। एक वैज्ञानिक के रूप में, हम यह देखने में सक्षम हैं कि एक वायरस कैसे उभर रहा है, फिर से उभर रहा है और यह कैसे यात्रा करता है और बीमारी फैला सकता है।”

उन्होंने कहा कि 1997 में भारत बायोटेक की स्थापना एक स्टार्ट-अप के तौर पर हुई थी।

एला ने कहा कि उनकी पुरानी टीम ने कंपनी को कोवैक्सीन बनाने में मदद की और कोई नई प्रतिभा इसमें नहीं लगी।

भाषा

प्रशांत नेत्रपाल

नेत्रपाल


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