कोविड, जलवायु संकट, भू-राजनीतिक तनाव के कारण दुनिया सबसे बुरे दौर में : संयुक्त राष्ट्र महासचिव |

कोविड, जलवायु संकट, भू-राजनीतिक तनाव के कारण दुनिया सबसे बुरे दौर में : संयुक्त राष्ट्र महासचिव

कोविड, जलवायु संकट, भू-राजनीतिक तनाव के कारण दुनिया सबसे बुरे दौर में : संयुक्त राष्ट्र महासचिव

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:55 PM IST, Published Date : January 21, 2022/3:49 pm IST

संयुक्त राष्ट्र, 21 जनवरी (एपी) संयुक्त राष्ट्र महासचिव के तौर पर अपने दूसरे कार्यकाल की शुरुआत करते हुए एंतोनियो गुतारेस ने बृहस्पतिवार को कहा कि दुनिया कई मायनों में पांच साल पहले की तुलना में बदतर है क्योंकि कोविड-19 महामारी, जलवायु संकट और भू-राजनीतिक तनाव ने हर जगह संघर्ष को जन्म दिया है।

हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के विपरीत उन्हें लगता है कि यूक्रेन पर रूस हमला नहीं करेगा।

गुतारेस ने ‘द एसोसिएटेड प्रेस’ को दिये एक साक्षात्कार में कहा कि उन्होंने एक जनवरी, 2017 को संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष पद पर अपने पहले दिन शांति के लिए अपील की थी। उन्होंने कहा कि संघर्षों को रोकने, कोविड-19 संकट, पृथ्वी को गर्म होने से रोकने तथा वैश्विक असमानताओं से निपटने के उनके पहले कार्यकाल की प्राथमिकताओं में कोई बदलाव नहीं हुआ है।

गुतारेस ने कहा, “संयुक्त राष्ट्र के महासचिव के पास कोई शक्ति नहीं है।” उन्होंने कहा, “हम प्रभाव डाल सकते हैं। मैं राजी कर सकता हूं। मैं मध्यस्थता कर सकता हूं, लेकिन मेरे पास कोई शक्ति नहीं है।”

गुतारेस ने कहा कि उन्होंने इस पद की कल्पना “एक संयोजक, एक मध्यस्थ, संपर्क बनाने वाले और एक ईमानदार सुलहकर्ता के रूप में की थी जो सभी को लाभान्वित करने वाले समाधान खोजने में मदद करता है।”

उन्होंने बृहस्पतिवार को कहा कि ये वही चीजें हैं “जिसे मुझे रोज करने की जरूरत है।”

गुतारेस ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी), जिसके पास प्रतिबंध लगाने और सैन्य कार्रवाई का आदेश देने सहित अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को बनाए रखने की शक्ति है, विभाजित है। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से इसके पांच वीटी शक्ति रखने वाले स्थायी सदस्य देश। उन्होंने कहा कि रूस और चीन अक्सर प्रमुख मुद्दों पर अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस के साथ मतभेद रखते हैं जिनमें उत्तर कोरिया पर नए प्रतिबंध लगाने का मुद्दा भी शामिल है।

इस मुद्दे पर कि क्या रूस, जिसने यूक्रेन की सीमा पर 1,00,000 सैनिकों को जमा किया है, पूर्व सोवियत संघ के देश पर आक्रमण करेगा, गुतारेस ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि यूक्रेन पर रूस आक्रमण करेगा, और मुझे उम्मीद है कि मेरा विश्वास सही है।”

जब बाइडन और अन्य लोगों का मानना ​​है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन में सेना भेजेंगे, तो उन्हें क्यों लगता है कि मास्को आक्रमण नहीं करेगा? इस सवाल के जवाब में गुतारेस ने कहा, “क्योंकि मैं मौजूद समस्याओं के सैन्य समाधान में विश्वास नहीं करता, और मुझे लगता है कि उन समस्याओं को हल करने का सबसे तर्कसंगत तरीका कूटनीति और गंभीर बातचीत में शामिल होना है।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आक्रमण के “भयावह परिणाम” होंगे।

महासचिव ने कहा, “हम निश्चित रूप से रूस में शीर्ष अधिकारियों के साथ संपर्क में हैं”, हालांकि संयुक्त राष्ट्र यूक्रेन संकट में सीधे तौर पर शामिल नहीं है।

गुतारेस 2022 के लिए अपनी प्राथमिकताओं पर शुक्रवार को महासभा में संयुक्त राष्ट्र के 193 सदस्य देशों को संबोधित करने वाले हैं।

भाषा

प्रशांत सुभाष

सुभाष

 

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