ज़ेलेंस्की ने स्वतंत्र यूक्रेन के पहले राष्ट्रपति लियोनिद क्रावचुकी को श्रद्धांजलि दी

ज़ेलेंस्की ने स्वतंत्र यूक्रेन के पहले राष्ट्रपति लियोनिद क्रावचुकी को श्रद्धांजलि दी

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  • Publish Date - May 11, 2022 / 11:21 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:15 PM IST

कीव, 11 मई (एपी) यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने स्वतंत्र यूक्रेन के पहले राष्ट्रपति लियोनिद क्रावचुक को श्रद्धांजलि अर्पित की।

क्रावचुक का मंगलवार को निधन हो गया। वह 88 वर्ष के थे।

ज़ेलेंस्की ने मंगलवार रात को प्रसारित अपने संबोधन में कहा, ‘‘वह सिर्फ एक नेता नहीं, केवल एक ऐतिहासिक व्यक्ति नहीं, बल्कि एक ऐसे व्यक्ति थे जो उचित शब्दों को ढूंढकर अपनी बात रखना जानते थे, ताकि हर यूक्रेनी उनकी बात सुने।”

जेलेंस्की ने कहा कि यह ऐसे ‘‘कठिन, संकट के क्षणों में विशेष रूप से महत्वपूर्ण था, जब पूरे देश का भविष्य संभवत: एक व्यक्ति के साहस पर निर्भर था।’’ उन्होंने कहा, ”लियोनिद माकारोविच (क्रावचुक) ने बस वही साहस दिखाया।”

क्रावचुक ने सोवियत संघ के विघटन के दौरान स्वतंत्रता के लिए यूक्रेन का नेतृत्व किया और 1991 से 1994 तक इसके पहले राष्ट्रपति के रूप में सेवाएं दीं। हाल के वर्षों में, उन्होंने पूर्वी यूक्रेन में संघर्ष के समाधान के लिए बातचीत करने में मदद करने की कोशिश की।

जेलेंस्की ने कहा, ”लियोनिद माकारोविच स्वतंत्रता की कीमत जानते थे और पूरे दिल से यूक्रेन के लिए शांति चाहते थे। मुझे यकीन है कि हम इसे हासिल कर लेंगे। हम अपनी जीत और शांति हासिल करेंगे।”

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वाशिंगटन: अमेरिका में यूक्रेन की राजदूत ओकसाना मारकारोवा ने अमेरिकी सांसदों के साथ मंगलवार को बैठक के दौरान उन्हें धन्यवाद दिया और कहा कि उनके देश को भविष्य में और मदद की आवश्यकता होगी।

रूस के सैन्य आक्रमण के मद्देनजर यूक्रेन की मदद के लिए अमेरिकी संसद उसे 40 अरब डॉलर की सैन्य और मानवीय सहायता देने की तैयारी कर रही है।

अमेरिकी सांसद रॉबर्ट मेनेंडेज़ ने बैठक के बारे में बताया कि मारकारोवा ने अपने संदेश में धन्यवाद दिया और अंत तक समर्थन देते रहने का अनुरोध किया।

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बुखारेस्ट (रोमानिया): संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने मंगलवार को मोल्दोवा में युद्धग्रस्त यूक्रेन के शरणार्थियों से मुलाकात की और कहा कि ‘‘शरणार्थियों से मिलने के बाद उनकी आपबीती से व्यथित नहीं होना असंभव है।’’

गुतारेस शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त के रूप में भी सेवाएं दे चुके हैं।

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने मंगलवार को एक बैठक में मोल्दोवा की राष्ट्रपति माइया सैंडू से कहा कि संयुक्त राष्ट्र, शरणार्थी संकट से निपटने में मदद करने के लिए उनके देश के प्रति अपना समर्थन बढ़ाएगा।

यूक्रेन से 4,50,000 से अधिक शरणार्थी मोल्दोवा पहुंचे हैं, जो यूरोप के सबसे गरीब देशों में से एक है।

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वारसॉ: पोलैंड के प्रधानमंत्री मातेउस मोरावित्स्की ने मंगलवार को कहा कि यदि पोलैंड में रूस के राजदूत सर्गेई आंद्रीव ने सोवियत सैन्य समारोह में शामिल नहीं होने की विदेश मंत्रालय की सलाह मान ली होती, तो उन पर लाल रंग का पेंट फेंके जाने की घटना नहीं होती।

उल्लेखनीय है कि पोलैंड में प्रदर्शनकारियों ने द्वितीय विश्व युद्ध में जान गंवाने वाले रेड आर्मी के जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए वारसॉ के एक कब्रिस्तान पहुंचे रूसी राजदूत सर्गेई आंद्रीव पर सोमवार को लाल रंग का पेंट फेंक दिया था।

आंद्रीव कब्रिस्तान में तत्कालीन सोवियत संघ के सैनिकों को पुष्पांजलि अर्पित करने पहुंचे थे, जहां यूक्रेन में रूस के युद्ध का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों का एक समूह उनका इंतजार कर रहा था।

वीडियो फुटेज में प्रदर्शनकारियों को आंद्रीव पर पीछे से लाल पेंट फेंकते देखा जा सकता है। इसमें एक प्रदर्शनकारी उनके चेहरे पर पेंट फेंकता नजर आ रहा है।

यूक्रेन का झंडा थामे प्रदर्शनकारियों ने आंद्रीव और रूसी प्रतिनिधिमंडल के अन्य सदस्यों को कब्रिस्तान में पुष्पांजलि अर्पित करने से रोका।

कुछ प्रदर्शनकारी यूक्रेन पर रूस के हमले के शिकार हुए लोगों के प्रति एकजुटता दिखाते हुए, खून के धब्बों वाली सफेद चादरें लपेटे हुए थे। आंद्रीव के साथ कब्रिस्तान पहुंचे रूसी प्रतिनिधिमंडल के अन्य सदस्यों पर भी लाल पेंट प्रतीत होने वाली तरल सामग्री फेंकी गई।

कब्रिस्तान से सुरक्षित बाहर निकलने में रूसी राजदूत और उनके प्रतिनिधिमंडल के अन्य सदस्यों की मदद करने के लिए पोलैंड पुलिस को वहां बुलाना पड़ा।

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मिलान: इटली के विदेश मंत्रालय ने बताया कि 63 यूक्रेनी अनाथों को बुधवार को पोलैंड के क्राको से इटली के सिसिली ले जाया जाएगा।

इटली के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ”यह मानवीय निकासी यूक्रेन में संघर्ष से प्रभावित नागरिकों की सहायता के लिए इटली की प्रतिबद्धता की पुष्टि करती है।”

जिस दिन से रूस ने आक्रमण शुरू किया था, यूक्रेन से लगभग 37,000 नाबालिग इटली आ चुके हैं।

एपी फाल्गुनी सिम्मी

सिम्मी