इंसान और कुत्ते की शादी! लड़के ने कुतिया और लड़की ने कुत्ते को बनाया जीवन साथी

A woman and a dog got married: मचुआ सिंह को अपने 11 साल के बेटे तपन सिंह के लिए दुल्हन के रूप में एक ‘कुतिया’ का इंतजाम करना पड़ा तथा मानस सिंह को अपनी सात वर्षीय बेटी लक्ष्मी के लिए दूल्हे के रूप में एक ‘कुत्ता’ का प्रबंध करना पड़ा।

इंसान और कुत्ते की शादी! लड़के ने कुतिया और लड़की ने कुत्ते को बनाया जीवन साथी
Modified Date: April 14, 2023 / 10:59 pm IST
Published Date: April 14, 2023 9:38 pm IST

A woman and a dog got married: बालासोर । इंसान और कुत्ते के बीच शादी सुनने में भले ही अजीबो-गरीब लगे, लेकिन ओडिशा के बालासोर जिले के एक आदिवासी गांव में बृहस्पतिवार को इस अंधविश्वास के आधार पर एक नहीं, बल्कि दो ऐसी शादियां हुईं कि इससे बुरी आत्माओं (शक्तियों) से निजात मिलेगी।

मचुआ सिंह को अपने 11 साल के बेटे तपन सिंह के लिए दुल्हन के रूप में एक ‘कुतिया’ का इंतजाम करना पड़ा तथा मानस सिंह को अपनी सात वर्षीय बेटी लक्ष्मी के लिए दूल्हे के रूप में एक ‘कुत्ता’ का प्रबंध करना पड़ा।

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मचुआ और मानस सोरो प्रखंड के बंधशाही गांव के हो जनजाति के सदस्य हैं। अपने बच्चों की शादी के लिए उन्होंने कुत्ते की खोज तब शुरू की, जब उनके बच्चों का ऊपरी जबड़े में पहला दांत निकला, क्योंकि इन आदिवासियों का मानना है कि उनके बच्चों की जिंदगी पर ‘बुरा प्रभाव’ पड़ सकता है।

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सागर सिंह (28) ने कहा कि समुदाय की परंपरा के अनुसार सुबह सात बजे से एक बजे तक ये दोनों शादियां चलीं और सामूहिक भोज कराया गया।

उसने कहा, ‘‘ समुदाय का मानना है कि बुरी आत्मा का साया शादी के बाद कुत्तों में चला जाता है। … वैसे तो इसका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है, लेकिन यह अंधविश्वास पीढ़ी-दर-पीढ़ी चला आ रहा है।’’

 


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com