अनोखी शादीः इस शहर में लड़कों के इस अंग को देखने के बाद विवाह के लिए राजी होती हैं लड़कियां

यहां पर लडकियां अपने वर की बोली लगा कर उन्हें पसंद करती हैं और उनसे विवाह करती हैं। उसके पहले लड़कियां लड़के के शरीर के अंगों को देखकर और उसकी सुंदरता के अनुसार इजाजत देती हैं।

अनोखी शादीः इस शहर में लड़कों के इस अंग को देखने के बाद विवाह के लिए राजी होती हैं लड़कियां
Modified Date: November 29, 2022 / 08:43 pm IST
Published Date: August 20, 2022 9:19 am IST

नई दिल्ली। विवाह में सिर्फ दो लोगों का मिलन नहीं होता बल्कि दो परिवार भी मिलते हैं, आपने यह तो अक्सर सुना होगा कि लड़के वाले लड़की देखने गए हैं। लेकिन आज हम आपको एक ऐसी जगह के बारे में बताने जा रहे हैं जहां दूल्हों का मेला लगता है और यहां पर लडकियां अपने वर की बोली लगा कर उन्हें पसंद करती हैं और उनसे विवाह करती हैं। उसके पहले लड़कियां लड़के के शरीर के अंगों को देखकर और उसकी सुंदरता के अनुसार इजाजत देती हैं।                                                               >>*IBC24 News Channel के WHATSAPP  ग्रुप से जुड़ने के लिए  यहां CLICK करें*<<

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बता दें कि दूल्हे का यह मेला बिहार के मिथिलांचल इलाके में लगभग 700 वर्षों से लगाया जाता है। इस बाज़ार में हर जाति और धर्म के दूल्हे देखने को मिलते हैं और यहां पर आने वाली लड़कियां अपने मन के मुताबिक अपने वर का चुनाव करती हैं। इस बाज़ार में जो भी बड़ी बोली लगाता है दूल्हा उसका हो जाता है। यहां पर लड़कियां शादी के लिए बकायदा दूल्हे की जांच पडताल करती हैं। इतना होने के बाद लडके और लड़की का मिलन होता है, जिसके बाद इनकी जन्म पत्रिका भी मिलाई जाती है और इसके बाद योग्य वर का चुनाव हो जाने पर दोनों की शादी करवा दी जाती है।

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बताया जाता है कि इस दुल्हे के बाज़ार की प्रथा की शुरुआत लगभग 1310 ईस्वी में हुई थी यानी की यह प्रथा लगभग 700 साल पहले से चलती हुई आ रही है। इसकी शुरुआत कर्णाट वंश के राजा हरिसिंह देव ने की थी। इस प्रथा को चलाने के पीछे का उनका कारण यह था की किसी भी व्यक्ति की उस के समान गोत्र में शादी न हो। इस प्रथा के अनुसार सात पीढ़ियों तक ब्लड रिलेशन और ब्लड ग्रुप मिलने पर शादी की इजाजत नहीं दी जाती है। और तो और इस प्रथा के कारण बिना दहेज, बिना किसी तामझाम के लड़कियां अपने पसंद के लड़कों को चुन कर उन से शादी कर सकती है।

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लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com