Mahasamund Assembly Election: महासमुंद। छत्तीसगढ़ विधानसभा आम चुनाव को लेकर कांग्रेस की अंतिम सूची जारी होने के बाद बगावती सुर दोनों ही प्रमुख राजनीतिक दलों के लिए चुनौती बनती जा रही है। यही विरोध महासमुंद में भी कांग्रेस के लिए भारी पड़ सकती है। कांग्रेस टिकट वितरण से नाराज डेढ़ साल पहले कांग्रेस प्रवेश कर नगर पालिका अध्यक्ष बनी राशि त्रिभुवन महिलांग ने दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) से नामांकन पत्र खरीदा है। अब तक महासमुंद विधानसभा में भाजपा, कांग्रेस के बीच जो सीधा मुकाबला था अब त्रिकोणीय होने के आसार नज़र आ रहे हैं।
Mahasamund Assembly Election: छत्तीगसढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के केन्द्रीय चुनाव समिति ने दिल्ली में महामंथन के बाद प्रत्याशियों के नामों पर मुहर लगाई पर इस महामंथन से निकलकर आए सत्तारूढ़ दल के बागियों ने अब मुश्किलें खड़ी करना शुरू कर दिया है। जिस तरह से प्रदेश में 22 विधायकों की टिकट पर कैंची चली साथ ही जितने बड़ी तादात में सभी क्षेत्रों में दिग्गजों ने दावेदारी की पर टिकट नहीं मिलने से मायूसी हाथ लगी अब ये मायूसी बगावत में तब्दील हो रही है। इसका एक उदाहरण महासमुंद सीट पर भी नजर आया जब जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) से नपाध्यक्ष राशि महिलांग के नाम से नामांकन पत्र खरीदा गया। और चुनाव लड़ने की तैयारी में है।
आप को बता दें कि वर्ष 2019 के नगर पालिका चुनाव में राशि महिलांग पार्षद बनी। पालिका में भाजपा की बहुमत होने के बावजूद 2022 में उन्होंने कांग्रेस का दामन थामा और 8 पार्षदों को अपने समर्थन में लेकर भाजपा के गढ़ में सेंध लगाई और नगर पालिका की राजनीति में तख्तापलट कर अध्यक्ष बनी । राशि त्रिभुवन महिलांग साल 2009 में भाजपा से टिकट नहीं मिलने से बगावत कर स्वाभिमान मंच के बैनर तले नगर पालिका चुनाव जीत कर अध्यक्ष बनी। बाद साल 2012 में पुनः भाजपा में प्रवेश हुई और 2014 में भाजपा की टिकट पर नगर पालिका चुनाव में उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा। अब देखना होगा कि, राशि त्रिभुवन महिलांग की बगावती तेवर कांग्रेस के लिए कितना नुकसान दायक होगा। राशि त्रिभुवन महिलांग का कहना है कि, कार्यकर्ता और समर्थकों का दवाब है इसके चलते नाम निर्देशन फार्म लिया गया है। तो वहीं कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. रश्मि चंद्राकर का कहना है सारी नाराजगी दूर कर उन्हें मनाया जाएगा।
गौरतलब है कि महासमुंद विधानसभा से मौजूदा विधायक विनोद सेवनलाल चन्द्राकर का टिकट काटकर कांग्रेस ने डा रश्मि चन्द्राकर पर भरोसा जताया है । राशि महिलांग के बागी तेवर ने कांग्रेस के समीकरण को बिगाड़ दिया है । कमोवेश यही स्थिति सरायपाली सीट पर भी देखने को मिल रही है । अब देखना होगा कि आखिर कांग्रेस अपने बागियों को कैसे मनायेगी ।