पटना, 25 दिसंबर (भाषा) बिहार में खेल गतिविधि को ग्रामीण स्तर पर बढ़ावा देने के उद्देश्य से पिछले दो साल में प्रदेश में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत 4,807 खेल मैदानों का निर्माण किया जा चुका है। राज्य सरकार के एक मंत्री ने इसकी जानकारी दी।
प्रदेश सरकार के ग्रामीण विकास एवं परिवहन मंत्री श्रवण कुमार ने बृहस्पतिवार को बताया कि मनरेगा के अंतर्गत गांवों में विकसित किए जा रहे खेल मैदान ग्रामीण बदलाव का सशक्त आधार बन रहे हैं।
मंत्री ने बताया कि मनरेगा के तहत पिछले दो वर्षों में तैयार किए गए 4,807 खेल मैदानों की संख्या उन 4,716 ग्राम पंचायतों से भी अधिक है, जिन्हें खेल मैदान निर्माण के लिए चिह्नित किया गया था।
उन्होंने कहा कि मनरेगा से बने ये खेल मैदान अब गांवों में खेल के साथ-साथ आत्मनिर्भरता, स्वास्थ्य एवं उज्ज्वल भविष्य के प्रतीक बनते जा रहे हैं।
ग्रामीण विकास विभाग की ओर से वर्ष 2024 में राज्य की कुल 8,053 ग्राम पंचायतों में से 4,716 पंचायतों को इस योजना में शामिल किया गया था। इन पंचायतों में 5,341 खेल मैदानों के निर्माण का लक्ष्य तय किया गया था, जिसके लिए 521.92 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया था।
मंत्री ने बताया कि इन खेल मैदानों में रनिंग ट्रैक, वॉलीबॉल और बैडमिंटन कोर्ट, क्रिकेट, फुटबॉल, कबड्डी, खो-खो, बास्केटबॉल कोर्ट तथा स्टोर रूम जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि नियमित खेल प्रतियोगिताओं के आयोजन से गांवों में सामुदायिक सहभागिता और स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को भी बढ़ावा मिल रहा है।
भाषा कैलाश नोमान रंजन
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