बिहार विस:अध्यक्ष ने पांच विधायकों को अध्यासी सदस्य के रूप में मान्यता दी, कार्यमंत्रणा समिति गठित

बिहार विस:अध्यक्ष ने पांच विधायकों को अध्यासी सदस्य के रूप में मान्यता दी, कार्यमंत्रणा समिति गठित

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  • Publish Date - December 3, 2025 / 10:08 PM IST,
    Updated On - December 3, 2025 / 10:08 PM IST

पटना, तीन दिसंबर (भाषा) बिहार विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. प्रेम कुमार ने सदन को सुचारू रूप से चलाने के लिए बुधवार को पांच विधायकों को अध्यासी सदस्य के रूप में मान्यता दे दी है।

इस कदम को सदन की शुरुआती कार्यवाही के साथ-साथ आगामी विधायी चुनौतियों और सत्ता–विपक्ष के समीकरणों पर असर डालने वाला माना जा रहा है।

अध्यासी सदस्यों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राम नारायण मंडल, जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के रत्नेश सदा, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के भाई वीरेंद्र, कांग्रेस के कमरूल होदा और हिंदुस्तानी आवाम मोर्च (हम) की ज्योति देवी शामिल हैं। इन सदस्यों को सदन की परंपरागत प्रक्रियाओं के अनुसार महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभानी होंगी, ताकि सदन का संचालन सुचारू रूप से हो सके।

अध्यक्ष ने इसके साथ ही कार्यमंत्रणा समिति के गठन की घोषणा की, जिसे विधानसभा की रणनीतिक रीढ़ माना जाता है। समिति में सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के प्रतिनिधियों को शामिल किया गया है, जिससे राजनीतिक संतुलन बनाए रखने का प्रयास स्पष्ट झलकता है। समिति में अध्यक्ष स्वयं सभापति होंगे, जबकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, दोनों उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा, संसदीय कार्यमंत्री विजय कुमार चौधरी, वित्त मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और राजू तिवारी को सदस्य बनाया गया है।

कार्यवाही के एजेंडे, विधायी प्राथमिकताओं, सदन में अनुशासन तथा विभिन्न मुद्दों पर बहस की रूपरेखा तय करने में यह समिति महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

कार्यमंत्रणा समिति में विशेष आमंत्रित सदस्यों का चयन भी राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। आमंत्रित सदस्यों में विधानसभा उपाध्यक्ष के अलावा जदयू के श्रवण कुमार, भाजपा के विनोद नारायण झा, कांग्रेस के मनोहर प्रसाद सिंह, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अख्तरूल इमान, हम के प्रफुल्ल कुमार मांझी, राष्ट्रीय लोक मोर्चा (रालोमो) की स्नेहलता, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माले) के अरुण सिंह और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी अजय कुमार शामिल हैं।

विधानसभा सूत्रों के अनुसार, यह विस्तृत संरचना आगामी सत्र की कार्यवाही को अधिक सुव्यवस्थित और प्रभावी बनाने में सहायक होगी।

भाषा कैलाश

राजकुमार

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