पटना, दो सितंबर (भाषा) बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले राज्य के मंत्रिमंडल ने मंगलवार को सरकारी मेडिकल व डेंटल कॉलेजों और आयुर्वेदिक, यूनानी व होम्योपैथी संस्थानों के छात्रों के लिए मासिक छात्रवृत्ति राशि में 7,000 रुपये की वृद्धि के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में राज्य में सात नए मेडिकल कॉलेज खोलने के प्रस्ताव को भी स्वीकृति दी गई।
बैठक के बाद, कैबिनेट सचिवालय के अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) अरविंद कुमार चौधरी ने कहा, ‘राज्य के सरकारी मेडिकल, डेंटल, आयुर्वेदिक, यूनानी और होम्योपैथी कॉलेजों में मासिक छात्रवृत्ति राशि में वृद्धि के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है।’
उन्होंने कहा, ‘अब, मेडिकल और डेंटल कॉलेजों, आयुर्वेदिक, यूनानी और होम्योपैथी कॉलेजों और विदेशी मेडिकल स्नातकों के इंटर्न को 20,000 रुपये से बढ़ाकर 27,000 रुपये मासिक छात्रवृत्ति मिलेगी।’
फिजियोथेरेपी और एक्यूप्रेशर के प्रशिक्षुओं को मौजूदा 15,000 रुपये की मासिक छात्रवृत्ति के बजाय 20,000 रुपये का मासिक वजीफा मिलेगा।
उन्होंने बताया कि मंत्रिमंडल ने किशनगंज, कटिहार, रोहतास, शिवहर, लखीसराय, अरवल और शेखपुरा जिलों में सात नए मेडिकल कॉलेज खोलने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी है।
बिहार विधानसभा चुनाव इस साल के अंत में होने हैं।
भाषा मिश्रा जोहेब
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