बढ़ा सरपंचों का पावर! अब इतने लाख रुपए के विकासकार्यों की दे सकेंगे मंजूरी, हर महीने मिलने वाली सैलरी में भी इजाफा

अब इतने लाख रुपए के विकासकार्यों की दे सकेंगे मंजूरी, Government Issued Order to Increase Salary of Sarpanchs

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Modified Date: June 13, 2025 / 12:06 AM IST
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Published Date: June 12, 2025 8:54 pm IST
HIGHLIGHTS
  • 10 लाख रुपये तक की परियोजनाओं की मंजूरी बिना प्रशासनिक अनुमति।
  • जिला परिषद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और मुखिया के वेतन बढ़ाए गए।
  • सामान्य मृत्यु पर अनुदान और बीमारी के इलाज के लिए सहायता कोष।

पटनाः Salary Hike बिहार सरकार ने बृहस्पतिवार को घोषणा की है कि मुखिया (ग्राम प्रधान) अब महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के तहत 10 लाख रुपये तक की योजनाओं को मंजूरी दे सकेंगे और इसके लिए उन्हें किसी प्रशासनिक स्वीकृति की आवश्यकता नहीं होगी। अब तक मुखिया मनरेगा योजना के तहत पांच लाख रुपये तक की योजनाओं को मंजूरी दे सकते थे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार ने पंचायती राज संस्थाओं के पदाधिकारियों के भत्ते और अन्य लाभों में भी पर्याप्त वृद्धि की घोषणा की।

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Salary Hike ग्राम प्रधानों को 10 लाख रुपये तक की मनरेगा योजनाओं की स्वीकृति का अधिकार देने, पंचायती राज संस्थाओं के तहत काम करने वाले राज्य भर के जिला परिषद (जेडपी) अध्यक्ष, जेडपी उपाध्यक्ष, पंचायत प्रमुख, सरपंच और पंचायत सदस्यों और वार्ड सदस्यों के भत्ते बढ़ाने का निर्णय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में यहां हुई बैठक में लिया गया। सरकार के निर्णय के अनुसार, जिला परिषद अध्यक्ष का मासिक भत्ता 20,000 रुपये से बढ़ाकर 30,000 रुपये कर दिया गया है, जबकि जिला परिषद उपाध्यक्ष का मासिक भत्ता 10,000 रुपये से बढ़ाकर 20,000 रुपये और मुखिया का मासिक भत्ता 5,000 रुपये से बढ़ाकर 7,500 रुपये कर दिया गया है।

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पंचायती राज विभाग के सचिव मनोज कुमार ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘मुख्यमंत्री द्वारा आज पंचायती राज विभाग से संबंधित की गई अन्य महत्वपूर्ण घोषणाओं में पंचायत प्रतिनिधि की कार्यकाल के दौरान सामान्य स्थितियों में मृत्यु पर भी पांच लाख रुपये का अनुदान दिये जाने की घोषणा शामिल है।” अभी तक केवल दुर्घटना में मौत पर ही परिजनों को अनुदान दिये जाने की व्यवस्था थी। उन्होंने बताया कि साथ ही, यदि पंचायत प्रतिनिधि किसी बड़ी बीमारी से ग्रसित होते हैं तो उन्हें मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता कोष से स्वास्थ्य सुविधाएं/उपचार उपलब्ध कराया जाएगा। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, ‘‘बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने लक्ष्य रखा है कि इस वर्ष होने वाले चुनाव से पहले राज्य की सभी ग्राम पंचायतों में पंचायत भवन बनकर तैयार हो जाएं। इसके लिए राज्य सरकार ने शेष 1,069 नये पंचायत भवनों को भी मंजूरी दे दी है।’’ बिहार में इस वर्ष के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं।

मनरेगा योजना में मुखिया को अब कितनी मंजूरी की शक्ति मिली है?

अब मुखिया मनरेगा के तहत 10 लाख रुपये तक की योजनाओं को मंजूरी दे सकते हैं, जो पहले 5 लाख रुपये थी।

पंचायत पदाधिकारियों के भत्ते कितने बढ़ाए गए हैं?

जिला परिषद अध्यक्ष का भत्ता 30,000 रुपये, उपाध्यक्ष का 20,000 रुपये और मुखिया का 7,500 रुपये मासिक कर दिया गया है।

पंचायत प्रतिनिधि की मृत्यु पर अब क्या अनुदान मिलेगा?

अब सामान्य मृत्यु पर भी पांच लाख रुपये का अनुदान मिलेगा, जो पहले केवल दुर्घटना में मृत्यु पर दिया जाता था।

पंचायत भवन बनाने का क्या लक्ष्य है?

बिहार सरकार ने इस वर्ष के अंत तक सभी ग्राम पंचायतों में पंचायत भवन बनवाने का लक्ष्य रखा है, इसके लिए 1,069 नए भवनों को मंजूरी दी गई है।

पंचायत प्रतिनिधि को बीमारी के समय क्या सहायता मिलेगी?

यदि पंचायत प्रतिनिधि गंभीर बीमारी से ग्रसित होते हैं, तो उन्हें मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता कोष से इलाज की सुविधा मिलेगी।