पटना, 10 अप्रैल (भाषा) बिहार पुलिस ने आर्थिक अपराधों और अन्य अपराधों से संबंधित कई मामलों में वांछित तीन अपराधियों की गिरफ्तारी में सहायक सूचना देने वाले के लिए नकद इनाम देने की बृहस्पतिवार को घोषणा की। पुलिस मुख्यालय की ओर से जारी अधिसूचना में यह जानकारी दी गयी है।
अधिसूचना में कहा गया है कि जो भी व्यक्ति पुलिस को तीन अपराधियों – संजीव कुमार सिंह उर्फ संजीव मुखिया, शुभम कुमार और राजकिशोर कुमार को पकड़वाने में मदद करेगा, उसे नकद इनाम दिया जाएगा।
अधिसूचना के अनुसार जहां मुखिया की गिरफ्तारी के लिए तीन लाख रुपये का नकद इनाम घोषित किया गया है, वहीं शुभम कुमार और राजकिशोर कुमार की गिरफ्तारी में सहायक सूचना देने पर एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है।
अधिसूचना में कहा गया है, ‘‘तीनों अपराधी आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) और पुलिस द्वारा वांछित हैं। मुखिया बिहार पुलिस द्वारा चार मामलों में वांछित है, जबकि शुभम कुमार और राजकिशोर दो-दो आपराधिक मामलों को लेकर वांछित हैं।’’
नालंदा के एक सरकारी कॉलेज के पूर्व तकनीकी सहायक मुखिया पर आरोप है कि वह नीट (यूजी -चिकित्सा प्रवेश परीक्षा) 2024 पेपर लीक का मास्टरमाइंड रहा है ।
उस पर मार्च 2024 में आयोजित बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएसएसी) शिक्षक भर्ती परीक्षा (टीआरई-3) पेपर लीक मामले में लिप्त रहने का आरोप है।
नीट (यूजी) पेपर लीक मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा की जा रही है।
जांच से पता चला है कि मुखिया का गिरोह बिहार, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान सहित कई राज्यों में सक्रिय है।
माना जाता है कि यह गिरोह हरियाणा में पशु चिकित्सकों और अंग्रेजी शिक्षकों की भर्ती परीक्षाओं तथा उत्तर प्रदेश में आयोजित विभिन्न परीक्षाओं में पेपर लीक के लिए भी जिम्मेदार है।
भाषा राजकुमार नरेश
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