Naxal Area Commander Ravana Koda surrenders || Image- New Arena File
Naxal Area Commander Ravana Koda surrenders in Lakhisarai: लखीसराय: देश के सबसे ज्यादा नक्सलवाद प्रभावित छत्तीसगढ़ में पुलिस और सुरक्षाबलों को हर दिन बड़ी कामयाबियां मिल रही है। सुरक्षाबलों को नक्सल विरोधी अभियान में सबसे बड़े सफलता पिछले महीने मिली थी जब डीआरजी और एसटीएफ के जवानों में नारायणपुर के जंगल में माओवादियों के महासचिव और शीर्ष नेता नम्बाला केशव राव उर्फ़ बसवराजू उर्फ़ गगन्ना को ढेर कर दिया था। इस दुर्दांत नक्सली पर अलग-अलग राज्यों में करीब 10 करोड़ रुपये का इनाम घोषित था। इस पूरे ऑपरेशन की सराहना खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और छग के सीएम विष्णुदेव साय ने की थी।
इसके बाद पुलिस ने कई दूसरे दुर्दांत नक्सलियों को मार गिराने में कामयाबी हासिल की। इनमें वामपंथी उग्रवादी संगठन के सीसी मेंबर सुधाकर और बड़ा नक्सली लीडर भास्कर भी शामिल था। सरकार ने अपने इस ऑपरेशन में और तेजी लाने के दाव के साथ कहा है कि सरकार देशभर से नक्सलवाद के खात्मे की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है और अगले साल यानी 2026 मार्च तक भारत के सभी राज्यों से माओवाद का सफाया कर दिया जाएगा।
Naxal Area Commander Ravana Koda surrenders in Lakhisarai: बहरहाल इस बीच पड़ोसी राज्य बिहार में भी पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। सुरक्षाबलों के दबाव और सरकार के पुनर्वास नीति से प्रभावित एक बड़े नक्सली रावण कोड़ा ने अपनी पत्नी के साथ पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है।
Bihar News – Lakhisarai Naxal Area Commander Ravana Koda surrenders.
Koda had a reward of ₹3 lakh on his head and had 26 cases related to murder, kidnapping and extortion lodged against him. pic.twitter.com/QWe3BMDSjS
— News Arena India (@NewsArenaIndia) June 8, 2025
इस बारें में लखीसराय के एसपी ने बताया है कि, मुंगेर, लखीसराय एवं जमुई जिले के 26 से ज्यादा मामलों में वांछित हार्डकोर नक्सली एरिया कमांडर रावण कोड़ा ने आत्मसमर्पण किया है। रावण कोड़ा 15 वर्षों से फरार चल रहा था और उसपर तीन लाख रुपये का इनाम भी था। शीतला कोड़ासी निवासी मोगल कोड़ा के पुत्र रावण कोड़ा ने एसपी कार्यालय में एसपी अजय कुमार के समक्ष सरेंडर किया। इस दौरान रावण कोड़ा की पत्नी धतिया देवी समेत परिवार के अन्य सदस्य भी मौजूद थे।
इस संबंध में एसपी अजय कुमार ने अपने कार्यालय कक्ष में प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि नक्सली रावण कोड़ा बिहार ही नहीं, बल्कि झारखंड व छत्तीसगढ़ में भी काफी सक्रिय रहा है। इसके बारे में और जानकारी जुटायी जा रही है।
Naxal Area Commander Ravana Koda surrenders in Lakhisarai: एसपी ने बताया कि चानन थाना क्षेत्र के कुंदर हॉल्ट के निकट धनबाद-पटना इंटरसिटी में हमला कर यात्री समेत पुलिस जवान व पदाधिकारी की हत्या कर हथियार लूट मामले में रावण कोड़ा की प्रमुख भूमिका रही थी. इसके अलावा वर्ष 2022 में महुलिया से धर्मवीर यादव के अपहरण एवं उसके घर पर गोलीबारी, पीरीबाजार से डीलर पुत्र के अपहरण एवं पुलिस से मुठभेड़, वर्ष 2018 में मुंगेर जिला के खड़गपुर में झील निर्माण में लगे सात वाहनों को जलाकर आठ मजदूरों का अपहरण कर लेने, वर्ष 2021 में मुंगेर में आजीमगंज मुखिया परमानंद टूडू की गला रेतकर हत्या तथा कई पुलिस मुठभेड़ समेत दो दर्जन से ज्यादा संगीन नक्सली कांडों में रावण कोड़ा संलिप्त था.