पटना में 2025 में अभी तक एचआईवी के 1,200 नए मामले दर्ज

पटना में 2025 में अभी तक एचआईवी के 1,200 नए मामले दर्ज

  •  
  • Publish Date - December 11, 2025 / 05:06 PM IST,
    Updated On - December 11, 2025 / 05:06 PM IST

पटना, 11 दिसंबर (भाषा) पटना जिले में इस वर्ष एचआईवी-पॉजिटिव के 1,000 से अधिक नए मामले दर्ज किए गए । यह जानकारी एक अधिकारी ने दी।

बिहार एड्स नियंत्रण सोसाइटी के अतिरिक्त परियोजना निर्देशक (एपीडी) एन. के. गुप्ता ने पत्रकारों से कहा, “अब तक पटना में 1,200 एचआईवी–पॉजिटिव मामलों की पहचान हुई है। पूर्वी चंपारण में 400 से अधिक और पश्चिमी चंपारण में 340 मामले सामने आए हैं।”

इन नए मामलों के साथ पटना जिले में एचआईवी–पॉजिटिव रोगियों की कुल संख्या 7,923 हो गई है।

‘पीटीआई-भाषा’ द्वारा संपर्क किये जाने पर बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया । उन्होंने बस इतना कहा कि इस विषय पर बोलने के लिए बिहार एड्स नियंत्रण सोसाइटी अधिकृत है।

‘पीटीआई-भाषा’ को मिले आंकड़ों के अनुसार, पटना में एआरटी (एंटीरेट्रोवायरल थेरेपी) पर जीवित कुल 7,923 मरीजों में से 4,705 लोग पीएमसीएच में, 3,091 आरएमआरआई में और 127 लोग नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज में उपचाराधीन हैं। पूर्वी चंपारण में 6,827 मरीजों का एआरटी उपचार चल रहा है।

मधुबनी, गया, मुजफ्फरपुर और सीतामढ़ी में क्रमशः 5,685, 5,529, 5,289 और 4,958 एचआईवी–पॉजिटिव मामले हैं।

बिहार एड्स नियंत्रण सोसाइटी के अधिकारियों ने कहा कि आईसीटीसी (इंटीग्रेटेड काउंसलिंग एंड टेस्टिंग सेंटर) पर जांच के दौरान एचआईवी-पॉजिटिव पाये गये शत-प्रतिशत मरीज एआरटी केंद्रों पर भेजे जाते हैं।

एक दिसंबर के आधिकारिक दस्तावेज में कहा गया है, “राज्य के विभिन्न जिलों में 32 एआरटी केंद्रों के माध्यम से बिहार सरकार 97,046 एचआईवी संक्रमित लोगों को नियमित रूप से मुफ्त एआरवी दवाएं उपलब्ध करा रही है।”

एक अधिकारी ने बताया कि एचआईवी संक्रमण फैलने के चार प्रमुख कारण हैं– असुरक्षित यौन संबंध, संक्रमित सुई का उपयोग, संक्रमित रक्त का आधान और माता से शिशु में संक्रमण।

सरकार बिहार शताब्दी एड्स मरीज कल्याण योजना और पालन-पोषण (परवरिश) योजना जैसी सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के माध्यम से एचआईवी संक्रमित और प्रभावित परिवारों को वित्तीय सहायता प्रदान कर रही है।

भाषा कैलाश राजकुमार

राजकुमार