Bihar Election 2025/ image source: IBC24
Bihar Election 2025: पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण में गुरुवार को मतदान जारी है। सुबह 9 बजे तक 13.13% मतदान दर्ज किया गया। इस चरण में राज्य के 18 जिलों की 121 विधानसभा सीटों पर जनता अपने मताधिकार का प्रयोग कर रही है। पहले चरण का यह मतदान बिहार की राजनीतिक दिशा और दशा तय करने वाला माना जा रहा है।
इस चरण में कुल 3.75 करोड़ से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग कर रहे हैं, जो 1,314 उम्मीदवारों के राजनीतिक भविष्य का फैसला करेंगे। इसमें एनडीए और महागठबंधन के दिग्गज नेताओं के साथ-साथ जनसुराज पार्टी के प्रत्याशियों की भी प्रतिष्ठा दांव पर है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि पहले चरण का मतदान राज्य के सत्ता समीकरण पर गहरा असर डालेगा।
जन शक्ति जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष और महुआ विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार तेज प्रताप यादव ने आज पटना के एक मतदान केंद्र पर जाकर मतदान किया। मतदान के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, “बिहार की जनता को अपना वोट ज़रूर डालना चाहिए। हर वोट महत्वपूर्ण है… माता-पिता का आशीर्वाद विशेष स्थान रखता है, और जनता के आशीर्वाद का अपना महत्व है।”
#WATCH | पटना: जन शक्ति जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष और महुआ विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार तेज प्रताप यादव ने कहा, “बिहार की जनता को अपना वोट ज़रूर डालना चाहिए। हर वोट महत्वपूर्ण है…माता-पिता का आशीर्वाद विशेष स्थान रखता है, और जनता के आशीर्वाद का अपना महत्व है…” https://t.co/0KIVZOuC0h pic.twitter.com/VIowQfn1qW
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 6, 2025
पहले चरण में कई हॉट सीटें हैं, जिन पर दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा जुड़ी है। राघोपुर से तेजस्वी यादव, तारापुर से डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, महुआ से तेज प्रताप यादव, मोकामा से अनंत सिंह, अलीनगर से मैथिली ठाकुर, छपरा से खेसारी लाल यादव, भोर से प्रीति किन्नर, और काराकाट से ज्योति सिंह जैसे चर्चित उम्मीदवार मैदान में हैं।
इन सीटों पर मुकाबला बेहद दिलचस्प है, क्योंकि यहां मतदाताओं की पसंद राज्य की अगली सरकार की तस्वीर तय कर सकती है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सरकार के 14 मंत्रियों की किस्मत भी इसी चरण में ईवीएम में बंद हो रही है।
पहले चरण में एनडीए के 121 उम्मीदवार और महागठबंधन के 126 उम्मीदवार मैदान में हैं। दोनों गठबंधन अपने-अपने मुद्दों के साथ जनता को लुभाने में जुटे हैं। जहां एनडीए विकास और स्थिरता का दावा कर रही है, वहीं महागठबंधन बेरोजगारी, शिक्षा, महंगाई और किसानों की समस्याओं को प्रमुख चुनावी मुद्दा बना रहा है।
चुनाव आयोग ने पहले चरण के मतदान को निष्पक्ष और शांतिपूर्ण बनाने के लिए व्यापक सुरक्षा इंतज़ाम किए हैं। सभी मतदान केंद्रों पर केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है। साथ ही, महिला मतदाताओं के लिए कई स्थानों पर “पिंक बूथ” बनाए गए हैं।
सुबह से ही मतदान केंद्रों पर लंबी कतारें देखने को मिलीं। महिलाएँ, बुज़ुर्ग और युवा लोकतंत्र के इस उत्सव में उत्साह से भाग लेते दिखाई दिए।
बिहार के पहले चरण का यह मतदान न सिर्फ दिग्गज नेताओं की साख का इम्तिहान है, बल्कि यह राज्य की राजनीतिक दिशा तय करने वाला निर्णायक चरण भी साबित हो सकता है।
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