E-voting in elections: अब वोट डालने मतदान केंद्र जाने की जरूरत नहीं!.. पहली बार निकाय चुनाव में ‘ई-वोटिंग’ की सुविधा

बिहार ने रचा इतिहास : भारत में पहली बार निकाय चुनाव में मोबाइल से ‘ई-वोटिंग’ की सुविधा दी गई

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  • Publish Date - June 29, 2025 / 12:33 AM IST,
    Updated On - June 29, 2025 / 06:29 AM IST

E-voting facility in elections in India: पटना: बिहार शनिवार को स्थानीय निकाय चुनावों के दौरान मोबाइल फोन आधारित ई-वोटिंग व्यवस्था लागू करने वाला पहला राज्य बन गया। राज्य चुनाव आयोग के शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी।

राज्य चुनाव आयुक्त दीपक प्रसाद ने बताया कि ई-वोटिंग की अर्हता रखने वाले 70.20 प्रतिशत मतदाताओं ने इस नयी व्यवस्था का इस्तेमाल किया जबकि 54.63 प्रतिशत ने मतदान केन्द्रों पर जाकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया।

राज्य चुनाव आयोग ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में बताया, ‘‘ बिहार ने आज इतिहास रच दिया है। पूर्वी चंपारण जिले के पकड़ीदयाल की निवासी बिभा कुमारी स्थानीय निकाय चुनाव के दौरान मोबाइल फोन के जरिए वोट डालने वाली देश की पहली व्यक्ति बन गईं।’’ उसने कहा, ‘‘यह सुविधा, सुरक्षा और सशक्त भागीदारी का प्रतीक है।’’

E-voting facility in elections in India: प्रसाद ने बताया कि छह नगर पंचायतों और नगरपालिका उपचुनावों में कुल 62.41 प्रतिशत मतदान हुआ। उन्होंने कहा कि सभी स्थानों पर चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हुए। प्रसाद के मुताबिक सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक 489 मतदान केन्द्रों पर मतदान हुआ, जिसमें 538 उम्मीदवार मैदान में थे।

प्रसाद के मुताबिक ई-वोटिंग की शुरुआत का उद्देश्य मतदान प्रतिशत बढ़ाना और प्रक्रिया को अधिक समावेशी बनाना है। यह प्रणाली विशेष रूप से उन मतदाताओं के लिए तैयार की गई है, जिन्हें मतदान केंद्रों तक पहुंचने में चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, जैसे कि बुजुर्ग, दिव्यांग, गर्भवती महिलाएं और प्रवासी। उन्होंने कहा कि केवल पूर्व-पंजीकृत उपयोगकर्ताओं को ही ई-वोटिंग मंच के माध्यम से मतदान करने की अनुमति है।

E-voting facility in elections in India: राज्य चुनाव आयोग के मुताबिक जिन जिलों में नगर पंचायत और नगर निगम उपचुनाव हुए उनमें पटना, बक्सर, भोजपुर, कैमूर, नालंदा, कटिहार, अररिया, सहरसा, पूर्वी चंपारण आदि शामिल हैं। आयोग ने बताया कि मतों की गिनती 30 जून को होगी।