Prashant Kishor PC: प्रशांत किशोर ने कही राजनीति से संन्यास लेने की बात, बोले- सरकार ने कर दिया यह काम तो…

Prashant Kishor challenged: उन्होंने चेतावनी दी कि अगर 1.5 करोड़ महिलाओं को छह महीने में 2-2 लाख नहीं दिए गए, तो साफ है कि 10 हजार रुपये सिर्फ वोट खरीदने के लिए दिए गए थे। अगर सरकार यह पैसा दे देती है, तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा।

Prashant Kishor PC: प्रशांत किशोर ने कही राजनीति से संन्यास लेने की बात, बोले- सरकार ने कर दिया यह काम तो…

Prashant Kishor PC, image source : ANI

Modified Date: November 18, 2025 / 06:55 pm IST
Published Date: November 18, 2025 6:03 pm IST
HIGHLIGHTS
  • चुनाव में 29 हजार करोड़ रुपये बांटने का आरोप
  • जाति और धर्म की राजनीति पर हमला
  • भ्रष्ट मंत्रियों पर कार्रवाई की मांग

पटना: Prashant Kishor PC, बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में मिली करारी हार के चार दिन बाद जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने पटना के पाटलिपुत्र गोलंबर स्थित जन सुराज कैंप में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने चुनावी नतीजों पर खुलकर बात की और हार की पूरी जिम्मेदारी खुद पर ली। किशोर ने कहा कि सिर्फ साढ़े तीन प्रतिशत वोट मिलने के बाद भी इतने पत्रकारों का यहां आना बड़ी बात है। हमने ईमानदार प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। सत्ता परिवर्तन तक नहीं करा सके, जरूर कहीं गलती हुई। मैं शत-प्रतिशत जिम्मेदारी लेता हूं और इसके लिए माफी मांगता हूं।

उन्होंने बताया कि वे दो दिन बाद भीतहरवा आश्रम में एक दिन का मौन उपवास करेंगे। पार्टी के अन्य नेता भी चाहें तो जहां हैं वहीं उपवास रख सकते हैं।

जाति और धर्म की राजनीति पर हमला

Prashant Kishor challenged,प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में जातीय समीकरणों और धार्मिक ध्रुवीकरण के सहारे चुनाव जीते जाते हैं, लेकिन जन सुराज ने न जाति का सहारा लिया और न ही हिंदू-मुस्लिम की राजनीति की। उन्होंने कहा कि “जो लोग इन सबका सहारा लेकर जीत गए हैं, उन्हें इसका जवाब देना होगा। मैं बिहार छोड़ने वाला नहीं हूं। बिहार को सुधारना मेरा संकल्प है।”

 ⁠

चुनाव में 29 हजार करोड़ रुपये बांटने का आरोप

प्रशांत  किशोर ने आरोप लगाया कि पहली बार किसी सरकार ने चुनाव से पहले 40 हजार करोड़ रुपये खर्च करने का वादा कर वोट जुटाए। उन्होंने कहा कि हर विधानसभा क्षेत्र में 60–62 हजार लोगों को 10 हजार रुपये दिए गए।जीविका दीदी, आंगनबाड़ी, आशा और ममता कार्यकर्ताओं पर 10 हजार करोड़ खर्च हुए। कुल मिलाकर लगभग 29 हजार करोड़ रुपये बांटे गए। किशोर ने कहा कि वे इस पर बहस के लिए तैयार हैं, लेकिन यह स्पष्ट है कि सरकारी तंत्र का बड़ा इस्तेमाल कर वोट प्रभावित किए गए।

PK ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर

प्रशांत किशोर ने कहा कि सरकार ने महिलाओं को 2-2 लाख रुपये देने का वादा किया था। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर 1.5 करोड़ महिलाओं को छह महीने में 2-2 लाख नहीं दिए गए, तो साफ है कि 10 हजार रुपये सिर्फ वोट खरीदने के लिए दिए गए थे। अगर सरकार यह पैसा दे देती है, तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा। इसके लिए उन्होंने एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया, जिस पर वे महिलाएं संपर्क कर सकती हैं जिन्हें वादा किए गए 2 लाख रुपये नहीं मिलते।

भ्रष्ट मंत्रियों पर कार्रवाई की मांग

प्रशांत किशोर ने कहा कि चुनाव से पहले उन्होंने राज्य के भ्रष्ट मंत्रियों को लेकर तथ्य सामने रखे थे, लेकिन सरकार ने किसी पर कार्रवाई नहीं की और जनता ने भी उन्हें भारी मतों से जिता दिया। उन्होंने कहा अगर ऐसे नेता मंत्रिमंडल में शामिल किए जाते हैं, तो जरूरत पड़ने पर मैं कोर्ट जाऊंगा।

मधुबनी सीट पर वोटिंग पैटर्न पर सवाल

प्रशांत किशोर ने मधुबनी विधानसभा सहित पांच सीटों पर सवाल उठाया कि जिन दलों के चुनाव चिन्ह तक जनता नहीं जानती, उनके प्रत्याशियों को एक लाख से अधिक वोट कैसे मिले। बिहार की 243 सीटों में जन सुराज पार्टी ने 238 सीटों पर उम्मीदवार उतारे, जिनमें से 233 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई। प्रशांत किशोर के गृह जिले रोहतास की सातों सीटों पर पार्टी की जमानत जब्त हो गई।

इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद माना जा रहा है कि बिहार की राजनीति में नई हलचल मच सकती है। वर्ल्ड बैंक फंडिंग और कथित रूप से चुनाव में सरकारी तंत्र के प्रयोग को लेकर विपक्ष अब और आक्रामक हो सकता है। जन सुराज की आगे की रणनीति और नीतीश सरकार पर लगाए गए आरोप अगले कुछ दिनों तक राजनीतिक चर्चा का केंद्र बने रहेंगे।

इन्हे भी पढ़ें:


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com