Bihar Election 2025: बिहार चुनाव से पहले वोटर लिस्ट पर बवाल! तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग पर लगाए गंभीर आरोप, कहा– गरीबों को बाहर करने की साजिश

Bihar Election 2025: बिहार चुनाव से पहले वोटर लिस्ट पर बवाल! तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग पर लगाए गंभीर आरोप, कहा– गरीबों को बाहर करने की साजिश

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  • Publish Date - June 27, 2025 / 07:16 PM IST,
    Updated On - June 27, 2025 / 07:16 PM IST

Bihar Election 2025 | Photo Credit: ANI

HIGHLIGHTS
  • चुनाव आयोग ने बिहार में वोटर लिस्ट के विशेष पुनरीक्षण की घोषणा की
  • तेजस्वी यादव ने इस प्रक्रिया को "साजिश" बताया
  • मतदाताओं से मांगे जा रहे दस्तावेजों पर भी जताई आपत्ति

​पटना: Bihar Election 2025 बिहार में इस साल के आखिरी में विधानसभा चुनाव होने को है। जिसके लिए सभी राजनीतिक पार्टियां अभी से पूरी तैयारियों में जुट गई है। तो वहीं दूसरी ओर चुनाव आयोग ने भी वोटर लिस्ट के विशेष पुनरीक्षण का ऐलान किया है और वोटर लिस्ट को नए सिरे से तैयार करने के लिए कहा है। इसी बीच राष्ट्रीय जनता दल के नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने चुनाव आयोग पर बरसते हुए कहा कि बिहार में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले वोटर लिस्ट के विशेष पुनरीक्षण की घोषणा एक ‘साजिश’ है।

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Bihar Election 2025 तेजस्वी यादव ने कहा कि “ये कदम अचानक से उठाया गया है। आखिरी बार ये कब किया गया था ये मुझे याद भी नहीं है। फिर से नया वोटर लिस्ट 25 दिनों में बनाया जाएगा, ये असंभव है। 8 करोड़ लोगों के घर-घर आप कैसे जाएंगे? ऐसे कागज मांगे जा रहे हैं जो गरीबों के पास हैं ही नहीं। बाढ़ में बिहार के 73% क्षेत्र डूबे रहते हैं। लोग अपना जान बचाएंगे या चुनाव आयोग को कागज देंगे। इसमें आधार कार्ड की मान्यता नहीं है। आपको माता-पिता का जन्म प्रमाण पत्र देना पड़ेगा। बिहार के कितने लोगों के पास जन्म प्रमाण पत्र हैं? ये एक साजिश हैं। आखिरी बार इसमें 2 साल लगे थे। 25 दिनों में इसे कैसे पूरा किया जा सकता है। ये नीतीश जी और भाजपा के चुनाव हारने के डर के कारण हो रहा है।”

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क्या है विशेष पुनरीक्षण?

आपको बता दें कि 24 जून को चुनाव आयोग ने बिहार में वोटर लिस्ट के विशेष पुनरीक्षण का आदेश दिया। इसके लिए सभी मतदाताओं को एक गणना फॉर्म जमा करना होगा। साथ ही 2003 के बाद पंजीकृत लोगों को अपनी नागरिकता साबित अतिरिक्त दस्तावेज देना होगा। बूथ लेवल ऑफिसर घर-घर जाकर जानकारी जुटाएंगे और दस्तावेजों की जांच करेंगे। कमीशन का कहना है कि यह कदम वोटर लिस्ट को सटीक बनाने और अवैध मतदाताओं को हटाने के लिए है।

बिहार वोटर लिस्ट विशेष पुनरीक्षण कब से शुरू हुआ?

चुनाव आयोग ने 24 जून 2025 को बिहार में वोटर लिस्ट के विशेष पुनरीक्षण का आदेश जारी किया है।

क्या बिहार वोटर लिस्ट विशेष पुनरीक्षण में आधार कार्ड मान्य है?

नहीं, इस प्रक्रिया में आधार कार्ड को नागरिकता प्रमाण के रूप में मान्यता नहीं दी गई है। अन्य दस्तावेजों की आवश्यकता होगी।

बिहार वोटर लिस्ट विशेष पुनरीक्षण के लिए कौन-कौन से दस्तावेज ज़रूरी हैं?

2003 के बाद पंजीकृत मतदाताओं को नागरिकता प्रमाण के लिए जन्म प्रमाण पत्र, माता-पिता का दस्तावेज आदि देने होंगे।