#स्वर्ण शारदा स्कॉलरशिप 2022 : संजना वर्मा ने बलौदाबाजार जिले में किया टॉप, सीएम भूपेश ने किया सम्मानित

#स्वर्ण शारदा स्कॉलरशिप 2022 : संजना वर्मा ने बलौदाबाजार जिले में किया टॉप : Sanjana Verma topped in Balodabazar district

#स्वर्ण शारदा स्कॉलरशिप 2022 : संजना वर्मा ने बलौदाबाजार जिले में किया टॉप, सीएम भूपेश ने किया सम्मानित
Modified Date: November 29, 2022 / 07:50 pm IST
Published Date: July 7, 2022 8:34 pm IST

रायपुरः अपने सामाजिक सरोकारो को निभाते हुए IBC24 समाचार चैनल हर साल स्वर्ण शारदा स्कॉलरशिप सम्मान से जिले की टॉपर बेटियों को सम्मानित करता है। इस वर्ष भी प्रदेश टॉपर बेटी-बेटियों को IBC24 स्वर्ण शारदा स्कॉलरशिप से सम्मानित किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल की ओर से आयोजित बोर्ड परीक्षा में बलौदाबाजार जिले की संजना वर्मा ने अपना परचम लहराया है। कड़ी मेहनत से संजना वर्मा ने मैथ्स ग्रुप में 471 अंक हासिल कर जिले में पहला स्थान प्राप्त किया है। उनके इस मेहनत के लिए IBC24 समाचार चैनल की ओर से स्वर्ण शारदा स्कॉलरशिप प्रदान किया गया।

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संजना का संकल्प, अफसर बनकर कृषि विभाग में करेंगी काम

संजना ने बताया कि परीक्षा जैसे ही शुरू हुई, मेरी बहन की तबियत खराब हो गई। 10-15 दिन तक मम्मी-पापा रायपुर में इलाज कराने गए। घर की जिम्मेदारी भी मुझपर आ गईं। ऐसे में जो सालभर से तैयारी कर रखी थी वह काम आई। हालांकि एग्जाम के समय ठीक से रिवीजन न हो तो सारे किए-कराए पर पानी फिर जाता है। लेकिन अच्छा हुआ कि बहन भी ठीक हो गई और आज नतीजे भी वैसे आ गए जैसे मैं चाहती थी। पापा की इच्छा है वे जीवन के संघर्षों में फंसकर बड़े अफसर नहीं बन पाए, लेकिन बेटियां उनकी जरूर बनें। बस मुझे उनके इस सपने को पूरा करना है। इसीलिए मैं सुबह-शाम स्कूल के अतिरिक्त पढ़ाई को कइयों घंटे देती हूं। धैर्य के साथ एक-एक विषय को समझते हुए आगे बढ़ती हूं। पापा सीमेंट फैक्ट्री में कर्मचारी हैं। माता गृहिणी हैं। मेरी सबसे अच्छी दोस्त मेरी मां और बहन ही हैं। मैं उनके साथ हर बात शेयर करती हूं। पापा ने मेरी पढ़ाई में कोई कमी नहीं की। जो जब जरूरत पड़ी उन्होंने लाकर दिया। इसलिए यह बहुत जरूरी है कि मैं इसका सही इस्तेमाल करूं। मैंने वही किया। अब बस फिलहाल में पीएटी की तैयारी करने का विचार कर रही हूं। ग्रेजुएशन के बाद यूपीएससी की प्रिपेरेशन करूंगी। मुझे बैडमिंटन, कैरम का शौक है। संगीत भी सुनती हूं। खाली समय में गाना गाती हूं। इससे मुझे रिफ्यूल महसूस होता है। मुझे सबसे ज्यादा शांति पूजा-पाठ में मिलती है। ईश्वर की आराधना करने से मेरे मन को जो सुकून मिलता वह कहीं नहीं मिलता। आभार व्यक्त करती हूं कि मुझे स्वर्ण शारदा की इस प्रतिष्ठित स्कॉलरशिप के लिए चुना गया।

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लेखक के बारे में

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