क्यों लगता है सूर्य ग्रहण ?
Surya Grahan 2025: बता दें कि, खगोलीय दृष्टि से सूर्य ग्रहण तब घटित होता है जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच आ जाता है और कुछ समय के लिए सूर्य का प्रकाश पृथ्वी तक नहीं पहुंच पाता। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि पृथ्वी सूर्य की परिक्रमा करती है और चंद्रमा भी पृथ्वी के साथ-साथ सूर्य की परिक्रमा करता है, लेकिन वह पृथ्वी का उपग्रह होने के नाते पृथ्वी के चारों ओर भी चक्कर लगाता है। जब चंद्रमा अपनी कक्षा में घूमते हुए ऐसे स्थान पर आ जाता है कि वह सूर्य को आंशिक या पूर्ण रूप से ढक लेता है, तो उसे सूर्य ग्रहण कहा जाता है। इस प्रक्रिया में चंद्रमा की परछाई पृथ्वी पर पड़ती है, जिससे कुछ क्षेत्रों में सूर्य का प्रकाश आंशिक रूप से या पूरी तरह छिप जाता है। आज का ग्रहण आंशिक है और यह रात के समय होने के कारण भारत में दिखाई नहीं देगा, लेकिन वैज्ञानिक दृष्टिकोण से यह एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना है।