President Election Result: आज राष्ट्रपति चुनाव (President Election) के नतीजे घोषित होते ही भारत को नया राष्ट्रपति (President) मिल जाएगा। मतगणना की तैयारी पूरी कर ली गई है। मतगणना आज सुबह 11 बजे से शुरू हो जाएगी। एक तरफ एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू की जीत को लेकर आश्वस्त बीजेपी ने जीत की तैयारियां भी शुरू कर दी है। बीजेपी को यकीन है कि, पार्टी प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को हरा देंगी।
Read More:ये हैं एशिया के सबसे ज्यादा कमाई करने वाले खिलाड़ी, नाम जानकर नहीं होगा यकीन…
झारखंड की पूर्व राज्यपाल और एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को 44 पार्टियों ने समर्थन किया था तो वहीं विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को 34 पार्टियों से समर्थन मिला था। हालांकि इस चुनाव में क्रॉस वोटिंग की भी बात सामने आई थी लेकिन आज जब नतीजे सामने आएंगे तो देश का राष्ट्रपति कौन होगा इस बात पर भी मुहर लग जाएगी। तो आइए जानते हैं इस चुनाव और पद से जुड़ी कुछ की खास बातें
खास बातेंः
संसद भवन में सुबह 11 बजे से मतगणना शुरू हो जाएगी। शाम 4 बजे तक नतीजे आने की संभावना है। सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात कर सकते हैं। नतीजे आने के बाद पीएम मोदी उन्हें शुभकामनाएं देने जाएंगे। एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू की जीत के बाद बीजेपी ने पार्टी मुख्यालय से राजपथ तक रोड शो करने की तैयारी की है। इस मौके पर पार्टी के कई वरिष्ठ नेता भी दिखाई देंगे। इतना ही नहीं नतीजे घोषित होने के बाद बीजेपी की कई राज्य इकाइयों ने मुर्मू की जीत पर जुलूस निकालने की तैयारी की है।
द्रौपदी मुर्मू के गृहक्षेत्र ओडिशा के रायरंगनगर में भी जश्न मनाने की तैयारी की जा रही है. यहां के लोगों ने 20 हजार मिठाइयों को बनवाया है। इसके अलावा आदिवासी डांस और विजय जुलूस निकालने की तैयारी की जा रही है। झारखंड की पूर्व राज्यपाल और एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को गैर एनडीए पार्टियों ने भी समर्थन दिया जिनमें नवीन पटनायक की पार्टी बीजेडी और जगन मोहन रेड्डी की वाईएसार पार्टी शामिल हैं। इस चुनाव में 44 पार्टियों ने द्रौपदी मुर्मू को समर्थन तो 34 पार्टियों ने यशवंत सिन्हा को समर्थन दिया था। लेकिन कई पार्टियों के विधायकों ने क्रॉस वोटिंग भी की है जिससे ये चुनाव और दिलचस्प हो गया।
Read More:शादी का जोड़ा पहनते ही गायब हो जाती थी दुल्हन, धोखे से अपने साथ ले जाता था ये ‘जानी दुश्मन’
वोटों की गिनती से पहले सांसदों और विधायको के वोटों की छंटनी की जाएगी। हर सांसद के वोट की कीमत 700 निर्धारित की गई है। जबकि विधायकों की अगर बात करें तो हर राज्य के विधायक के वोट की कीमत अलग-अलग है। राष्ट्रपति चुनाव वो उम्मीदवार नहीं जीतता जिसको सबसे अधिक वोट मिलते हैं जबकि उसकी जीत होती है जिसे एक निश्चित कोटे से अधिक वोट मिलते हैं। प्रत्येक उम्मीदवार के लिए डाले गए वोट को 2 से विभाजित किया जाता है और उसमें 9. 1 वोट जोड़कर कोटा निर्धारित किया जाता है। इस तरह से अधिक वोट पाने वाला राष्ट्रपति बनता है। जो भी राष्ट्रपति चुना जाएगा वो 25 जुलाई को शपथ लेगा।