Shivraj Singh Chouhan: अब किसानों की समस्या होगी दूर, दलहन, तिलहन, सोयाबीन, कपास की उपज बढ़ाने के लिए बनेगा नया एक्शन प्लान, कृषि मंत्री ने किया बड़ा ऐलान

Shivraj Singh Chouhan: अब किसानों की समस्या होगी दूर, दलहन, तिलहन, सोयाबीन, कपास की उपज बढ़ाने के लिए बनेगा नया एक्शन प्लान, कृषि मंत्री ने किया बड़ा ऐलान

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  • Publish Date - June 24, 2025 / 10:15 PM IST,
    Updated On - June 24, 2025 / 10:16 PM IST

Shivraj Singh Chouhan. Image Soruce- IBC24 Archive

HIGHLIGHTS
  • 26 जून से इंदौर में शुरू होगा पहला फसल-विशिष्ट परामर्श
  • सोयाबीन पर रहेगा फोकस

नयी दिल्ली: Shivraj Singh Chouhan केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को कहा कि सरकार उत्पादकता बढ़ाने के अपने उद्देश्य के तहत किसानों के सामने आने वाली समस्याओं के समाधान के लिए तमाम अंशधारकों के साथ फसल-विशिष्ट परामर्श आयोजित करेगी। मंत्री ने कहा कि सबसे पहले 26 जून को इंदौर में सोयाबीन के लिए अंशधारक परामर्श आयोजित किया जाएगा, उसके बाद कपास, गन्ना, दलहन और तिलहन पर भी इसी तरह की बैठकें होंगी।

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Shivraj Singh Chouhan चौहान ने कहा कि धान सहित खरीफ फसलों की बुवाई सुचारू रूप से चल रही है और सामान्य मानसून के पूर्वानुमान के साथ कुल रकबा काफी अधिक होने की उम्मीद है। चौहान ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने फसल-विशिष्ट परामर्श आयोजित करने का फैसला किया है। प्रत्येक फसल की अपनी अलग तरह की समस्याएं होती हैं। हम पैदावार और उत्पादन बढ़ाना चाहते हैं।’’ कृषि वैज्ञानिक, किसान और अन्य अंशधारक, परामर्श बैठकों में मौजूद रहेंगे। तिलहन और दलहन श्रेणियों के मामले में, प्रत्येक किस्म के लिए परामर्श आयोजित किए जाएंगे। चौहान ने कहा कि प्रत्येक राज्य के लिए भी इसी तरह की बैठकें आयोजित की जाएंगी।

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यह परामर्श हाल में संपन्न हुए विकसित कृषि संकल्प अभियान के क्रम में है, जो किसान समुदाय तक पहुंचने के लिए एक अखिल भारतीय अभियान था। यह अभियान 29 मई को ओडिशा के पुरी से शुरू किया गया था और 12 जून को गुजरात के बारडोली में संपन्न हुआ। मंत्री ने पिछले सप्ताह कहा था, ‘‘यह अभियान बहुत सफल रहा। हमने 721 जिलों के 1.43 लाख गांवों के 1.34 करोड़ किसानों से सीधे संपर्क किया।’’ यह अभियान केंद्र और राज्यों के बीच एक सहयोगात्मक प्रयास था, जिसमें आईसीएआर और कृषि विज्ञान केंद्रों (केवीके) के 8,280 वैज्ञानिकों की 2,170 टीमें शामिल थीं।

फसल-विशिष्ट परामर्श क्या है?

यह एक सरकारी पहल है जिसमें प्रत्येक फसल के अनुसार किसानों की समस्याओं पर चर्चा और समाधान के लिए परामर्श बैठकें आयोजित की जाती हैं।

फसल-विशिष्ट परामर्श की शुरुआत कब और कहां से हो रही है?

इसकी शुरुआत 26 जून को इंदौर से की जा रही है और यह परामर्श सोयाबीन पर केंद्रित होगा।

क्या अन्य फसलों के लिए भी परामर्श आयोजित होंगे?

सरकार ने स्पष्ट किया है कि कपास, गन्ना, दलहन और तिलहन जैसी फसलों पर भी इसी तरह के परामर्श होंगे।