नयी दिल्ली, 13 अप्रैल (भाषा) कृषि मंत्रालय और नीति आयोग अटल टिंकरिंग लैब को कृषि विज्ञान केंद्रों और कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन एजेंसी से जोड़ने के लिए सहमत हुए हैं।
बृहस्पतिवार को जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) एकल खिड़की कृषि ज्ञान संसाधन और क्षमता विकास केंद्र के तौर पर काम करता है और यह गठजोड़ विभिन्न पक्षों को जरूरी सूचना, प्रशिक्षण और जानकारी उपलब्ध कराएगा।
बयान के अनुसार, केवीके कृषि संबद्ध नवोन्मेष में सहयोग के लिए कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन एजेंसी (एटीएमए) के साथ साझेदारी में नजदीकी अटल टिंकरिंग लैब (एटीएल) के साथ गठजोड़ करेगा।
क्रियान्वयन के पहले चरण में, 11 कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थानों (एटीएआरआई) में से प्रत्येक के तहत एक केवीके शामिल होगा, जो प्रौद्योगिकी सहयोग और ज्ञान-साझा व कौशल-निर्माण की सुविधा प्रदान करेगा।
बयान में बताया गया कि केवीके के विशेषज्ञ जरूरत पड़ने पर नजदीकी अटल टिंकरिंग लैब का दौरा करेंगे, जहां वह बीज, पौधारोपण संबंधी वस्तुएं और अन्य जरूरी वस्तुएं उपलब्ध कराएंगे। शुरुआती परियोजना को दो साल सफल कार्यान्वयन के बाद आगे बढ़ाया जाएगा।
भाषा अनुराग रमण
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