‘निरंकुश’ शक्ति, सहयोग की कमी इस समय बड़े जोखिमः दीपक पारेख

‘निरंकुश’ शक्ति, सहयोग की कमी इस समय बड़े जोखिमः दीपक पारेख

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  • Publish Date - November 1, 2022 / 07:07 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:51 PM IST

मुंबई, एक नवंबर (भाषा) मशहूर बैंकर एवं एचडीएफसी लिमिटेड के चेयरमैन दीपक पारेख ने मंगलवार को कहा कि इस समय दुनिया के सामने आर्थिक गतिरोध नहीं बल्कि निरंकुश शक्तियां, सहयोग की कमी और व्यापार को हथियार की तरह इस्तेमाल करने की बढ़ती प्रवृत्ति बहुत बड़े जोखिम हैं।

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि दुनिया इस समय जिस तरह एक साथ कई संकटों का सामना कर रही है वह एक ‘वैश्विक बहु-संकट’ की स्थिति है।

पारेख ने ‘इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स’ के कोलकाता खंड को संबोधित करते हुए कहा कि भूमंडलीकरण एवं आत्मनिर्भरता के लक्ष्यों के बीच संतुलन साधते समय अब हर देश को अपनी प्राथमिकताएं तय करनी होंगी और अपनी प्रतिस्पर्धी बढ़त को ध्यान में रखना होगा।

उन्होंने कहा, ‘‘इस दौर में अधिक परेशान करने वाली बात यह है कि द्विपक्षीय संबंध इतने विभक्त हो चुके हैं कि इस समय देशों के बीच अविश्वास एवं ध्रुवीकरण का माहौल है।’’

पारेख ने कहा, ‘‘ऐसी स्थिति में दुनिया के सामने इस समय सबसे बड़ा जोखिम आर्थिक गतिरोध न होकर निरंकुश शक्तियां, सहयोग का अभाव और व्यापार का हथियार की तरह इस्तेमाल करने की बढ़ती प्रवृत्ति है। ऊर्जा आपूर्ति, प्राकृतिक संसाधनों और सेमीकंडक्टरों के मामले में यह नजर भी आ चुका है।’’

भाषा प्रेम

प्रेम अजय

अजय