नयी दिल्ली, दो दिसंबर (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ महाराष्ट्र (बीओएम) में छह प्रतिशत तक हिस्सेदारी बेचने के लिए लाई गई बिक्री पेशकश को मंगलवार को पहले दिन निवेशकों से अच्छी प्रतिक्रिया मिली।
इसके साथ सरकार ने ‘ग्रीन शू विकल्प’ यानी ज्यादा बोलियां आने पर एक प्रतिशत अतिरिक्त बोली रखने का निर्णय किया। इसके साथ ही बैंक में कुल छह प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने का निर्णय किया गया है।
बैंक ऑफ महाराष्ट्र की बिक्री पेशकश मंगलवार को गैर-खुदरा निवेशकों के लिए 54 रुपये प्रति शेयर के न्यूनतम मूल्य पर बोली के लिए खुली।
पहले दिन, कुल 38.46 करोड़ शेयरों के लिए 400 प्रतिशत से अधिक बोलियां प्राप्त हुईं। इसके अलावा एक प्रतिशत अतिरिक्त हिस्सेदारी बिक्री के लिए सरकार ने ‘ग्रीन शू’ विकल्प का उपयोग करने का निर्णय किया है।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि इस निर्गम को बिक्री के प्रस्तुत शेयर के मुकाबले पहले दिन 4.07 गुना अभिदान मिला जो बाजार में निवेशकों मजबूत भरोसे को दर्शाता है।
अधिक बोली को देखते हुए, सरकार ने ग्रीन शू विकल्प का पूर्ण रूप से प्रयोग किया है। इससे कुल विनिवेश बैंक ऑफ महाराष्ट्र की चुकता पूंजी का छह प्रतिशत हो गया है।
बयान के अनुसार, इससे बैंक ऑफ महाराष्ट्र न्यूनतम सार्वजनिक शेयरधारिता (एमपीएस) मानदंडों को प्राप्त कर सकेगा।
निवेश एवं लोक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) के सचिव अरुणीश चावला ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘बैंक ऑफ महाराष्ट्र के बिक्री प्रस्ताव को बाजार में अच्छी प्रतिक्रिया मिली। इस निर्गम को आधार आकार का 400 प्रतिशत अभिदान मिला। सरकार ने ग्रीन शू विकल्प अपनाने का फैसला किया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘खुदरा निवेशक बुधवार (तीन दिसंबर) को बोली लगा सकते हैं। पिछले कुछ वर्षों में उत्कृष्ट वित्तीय प्रदर्शन के लिए बैंक ऑफ महाराष्ट्र के कर्मचारियों और नेतृत्व को बधाई। इसे जारी रखें।’’
आधिकारिक बयान के मुताबिक, सरकार पात्र निवेशकों को इस प्रस्ताव में भाग लेने और सार्वजनिक परिसंपत्तियों के मूल्य सृजन में योगदान देने के लिए प्रोत्साहित करती है।
सरकार न्यूनतम मूल्य पर इस बैंक में अपनी छह प्रतिशत हिस्सेदारी बेचकर लगभग 2,492 करोड़ रुपये जुटाएगी।
वित्तीय सेवा सचिव एम नागराजू ने एक्स पर लिखा, ‘‘पांच प्रतिशत हिस्सेदारी की बिक्री पेशकश और एक प्रतिशत ग्रीन शू विकल्प को गैर-खुदरा क्षेत्र में 407 प्रतिशत की उल्लेखनीय बोलियां प्राप्त हुईं। यह सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में निवेशकों के मजबूत विश्वास और भारतीय बैंकिंग क्षेत्र की मजबूती को बताता है।’’
बैंक ऑफ महाराष्ट्र की बिक्री पेशकश के लिए न्यूनतम मूल्य 54 रुपये प्रति शेयर का भाव तय किया गया है। यह बीएसई पर सोमवार के बंद भाव 57.66 रुपये प्रति शेयर के मुकाबले 6.34 प्रतिशत कम है।
पुणे मुख्यालय वाले इस बैंक में सरकार की वर्तमान में 79.60 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
हिस्सेदारी कम करने के साथ बैंक 25 प्रतिशत की न्यूनतम सार्वजनिक शेयरधारिता मानदंड को पूरा करने में सक्षम होगा। यह बाजार नियामक सेबी द्वारा जारी प्रतिभूति अनुबंध (विनियमन) नियमों के अनुरूप है। सार्वजनिक कंपनियों सहित सभी सूचीबद्ध इकाइयों में न्यूनतम 25 प्रतिशत सार्वजनिक शेयरधारिता अनिवार्य है।
पूंजी बाजार नियामक सेबी ने सीपीएसई और सार्वजनिक क्षेत्र के वित्तीय संस्थानों को इसके प्रावधान से अगस्त, 2026 तक छूट दी है।
भाषा रमण प्रेम
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