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नयी दिल्ली, आठ फरवरी (भाषा) वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को कहा कि बजट में विकसित भारत के लक्ष्य की दिशा में आगे बढ़ने के साथ आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिए सूझ-बूझ के साथ राजकोषीय प्रबंधन के उपाए किये गये हैं।
सीतारमण ने भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर संजय मल्होत्रा की अगुवाई वाले केंद्रीय निदेशक मंडल की यहां हुई बैठक को संबोधित करते हुए 2025-26 के केंद्रीय बजट के दृष्टिकोण को रखा। उन्होंने बजट में प्रमुख क्षेत्रों में दिये गये जोर तथा वित्तीय क्षेत्र से उम्मीद के बारे में भी अपनी बात कही।
आरबीआई के बयान के अनुसार बैठक में वैश्विक स्तर पर जारी गतिविधियों और वैश्विक वित्तीय बाजार में उतार-चढ़ाव समेत वैश्विक और घरेलू आर्थिक स्थिति और परिदृश्य की समीक्षा की गयी।
सीतारमण ने अपने संबोधन में कहा, ‘‘बजट में विकसित भारत के लक्ष्य की दिशा में आगे बढ़ने के साथ आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिए सूझ-बूझ के साथ राजकोषीय प्रबंधन के उपाए किये गये हैं।’’
बैठक में निदेशक मंडल ने दिवंगत प्रधानमंत्री, पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री और आरबीआई के गवर्नर रहे डॉ मनमोहन सिंह की स्मृति में एक शोक प्रस्ताव भी पारित किया।
बयान के अनुसार निदेशकों ने बजट के लिए वित्त मंत्री की सराहना की और इस बारे में अपने विचार साझा किये।
इस मौके पर वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी के अलावा, वित्त और राजस्व सचिव तुहिन कांत पांडेय, व्यय सचिव मनोज गोविल, आर्थिक मामलों के विभाग के सचिव अजय सेठ, वित्तीय सेवा विभाग के सचिव एम नागराजू, निवेश और लोक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) के सचिव अरूणीश चावला, मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंत नागेश्वरन, डिप्टी गवर्नर एम. राजेश्वर राव, टी. रबी शंकर, स्वामीनाथन जे मौजूद थे।
इसके अलावा केंद्रीय बैंक के अन्य निदेशक सतीश के. मराठे, एस. गुरुमूर्ति, रेवती अय्यर, प्रो. सचिन चतुर्वेदी, वेणु श्रीनिवासन, पंकज रमनभाई पटेल और डॉ. रवींद्र एच. ढोलकिया… बैठक में शामिल हुए।
भाषा रमण पाण्डेय
पाण्डेय