नयी दिल्ली, 29 दिसंबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राष्ट्रीय राजधानी में 15-20 फरवरी, 2026 को होने वाले कृत्रिम मेधा (एआई) के प्रभाव पर केंद्रित वैश्विक सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। इसमें कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों एवं शासनाध्यक्षों और दुनिया की प्रमुख प्रौद्योगिकी कंपनियों के शीर्ष अधिकारी हिस्सा लेंगे।
भारत को उम्मीद है कि ‘इंडिया एआई इम्पैक्ट समिट 2026’ एआई पर एक सहमति घोषणा तक पहुंचने में मदद करेगा। इसमें समावेशन एजेंडा और एआई संसाधनों के लोकतांत्रिक वितरण पर विशेष चर्चा होने की संभावना है।
सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) सचिव एस कृष्णन ने सोमवार को कहा कि शिखर सम्मेलन में अमेरिका और चीन की भागीदारी भी तय है, जो वैश्विक एआई विमर्श में उनकी अहम भूमिका को देखते हुए महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
अब तक करीब 50 वैश्विक कंपनियों के प्रमुखों और संस्थापकों ने सम्मेलन में भागीदारी की पुष्टि कर दी है, जबकि 100 से अधिक देशों के प्रतिनिधित्व की उम्मीद जताई गई है।
आईटी सचिव ने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि 15-20 देशों के राष्ट्राध्यक्ष या शासन प्रमुख और 50 से अधिक देशों के मंत्री-स्तरीय प्रतिनिधि इसमें शिरकत करेंगे। वैश्विक दक्षिण के देशों, खासकर अफ्रीका और लातिन अमेरिका के कई देशों के भी शामिल होने की अपेक्षा है। ‘
कृष्णन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी सम्मेलन के दौरान आयोजित मेगा एक्सपो का भी उद्घाटन करेंगे और 18 फरवरी को संभावित रूप से एक रात्रिभोज की मेजबानी भी करेंगे।
इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी 19 फरवरी को उद्घाटन समारोह, नेताओं की पूर्ण बैठक और सीईओ गोलमेज बैठक में भी हिस्सा लेंगे।
उन्होंने कहा कि माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स, गूगल डीपमाइंड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) डेमिस हैसाबिस, एंथ्रोपिक के सीईओ डेरियो अमोदेई, एडोब के सीईओ शांतनु नारायण, सेल्सफोर्स के सीईओ मार्क बेनिऑफ, क्वालकॉम के सीईओ क्रिस्टियानो एमॉन और फेडएक्स के सीईओ राज सुब्रमण्यम सहित कई वैश्विक दिग्गजों ने इस सम्मेलन में अपनी भागीदारी की पुष्टि की है।
कृष्णन ने कहा, ‘एआई सम्मेलन का प्रमुख उद्देश्य एआई से जुड़े अहम मुद्दों पर सभी पक्षों को साथ लाना है। इस बार फोकस केवल एआई की सुरक्षा तक सीमित न होकर उसके प्रभाव, समावेश और भविष्य में मिलने वाले सकारात्मक लाभों पर है।’
उन्होंने कहा कि संभावित घोषणा में एआई संसाधनों के लोकतंत्रीकरण, समान पहुंच और समावेशी विकास को समर्थन देने जैसे तत्व शामिल हो सकते हैं।
‘इंडिया एआई इम्पैक्ट समिट 2026’ का लक्ष्य वैश्विक स्तर पर एआई के उपयोग में असमानता को दूर करना, स्वदेशी एवं स्थानीय एआई समाधानों को बढ़ावा देना और स्वास्थ्य, कृषि, शासन एवं अन्य क्षेत्रों में ‘बढ़िया समाधानों के लिए एआई’ को प्रोत्साहन देना है।
सम्मेलन के दौरान सात कार्य-समूह लोगों, पर्यावरण और प्रगति से जुड़े क्षेत्रों में एआई के प्रभाव पर ठोस परिणाम प्रस्तुत करेंगे।
यह सम्मेलन ब्लेचली पार्क, सोल, पेरिस और किगाली जैसे पहले संपन्न हो चुके अंतरराष्ट्रीय एआई सम्मेलनों की कड़ी में अगला कदम होगा।
सूत्रों ने कहा कि सम्मेलन में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, ब्राजील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा, दिग्गज प्रौद्योगिकी कंपनी एनवीडिया के सीईओ जेनसेन हुआंग, ओपनएआई के सीईओ सैम आल्टमैन और इंटेल के सीईओ लिप-बू टैन के भी मौजूद रहने की संभावना है।
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