मुंबई, 23 अगस्त (भाषा) भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के पूर्णकालिक सदस्य अश्विनी भाटिया ने शुक्रवार को चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) से लघु एवं मझोले उद्यम (एसएमई) एक्सचेंज मंच पर सूचीबद्ध कंपनियों का ऑडिट करते समय अधिक सतर्कता बरतने को कहा।
चार्टर्ड अकाउंटेंट के एक उद्योग समारोह को संबोधित करते हुए भाटिया ने कहा कि सूचीबद्ध एसएमई को लेकर अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है क्योंकि यही कंपनियां भविष्य में मुख्य एक्सचेंज का हिस्सा बनेंगी।
भाटिया ने कहा, “हमने वहां (एसएमई मंच पर) कुछ चुनौतियां देखी हैं। हम आपसे अनुरोध करते हैं कि जहां तक एसएमई आईपीओ और कोष जुटाने का सवाल है, तो अतिरिक्त सावधानी बरतें क्योंकि ये छोटी कंपनियां आगे चलकर बहुत बड़ी हो जाएंगी।”
भाटिया ने एसएमई मंच की प्रगति पर संतोष जताते हुए कहा कि ऐसी इकाइयों द्वारा 14,000 करोड़ रुपये जुटाए गए हैं, जिनमें से 6,000 करोड़ रुपये सिर्फ वित्त वर्ष 2023-24 में जुटाए गए हैं।
उन्होंने सीए की तुलना चिकित्सकों से करते हुए कहा कि वे कंपनियों के व्यवस्थित संचालन को सुनिश्चित करके प्रथम स्तर के नियामक के रूप में कार्य करते हैं।
भाटिया ने कहा कि यदि सीए अपनी जिम्मेदारी ठीक से निभाते हैं तो सेबी की कई जांच और आदेश की जरूरत ही नहीं पड़ती।
उल्लेखनीय है कि इस वर्ष मार्च में सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच ने एसएमई मंच की सूचीबद्धता और कारोबार में ‘मूल्य हेरफेर’ को लेकर चिंता जताई थी और निवेशकों से सतर्क रहने को कहा था।
भाषा अनुराग अजय
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