नयी दिल्ली, चार दिसंबर (भाषा) नागर विमानन मंत्री के. राममोहन नायडू ने इंडिगो में व्यापक परिचालन गतिरोध उत्पन्न होने पर गंभीर चिंता जताते हुए बृहस्पतिवार को एक उच्च स्तरीय बैठक की और विमान कंपनी को जल्द-से-जल्द परिचालन सामान्य करने का निर्देश दिया। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई।
नायडू ने साथ ही स्पष्ट तौर पर कहा कि मौजूदा स्थिति का हवाला देकर हवाई किराये में किसी भी तरह की बढ़ोतरी स्वीकार नहीं की जाएगी।
बैठक में इंडिगो ने उड़ानें रद्द किए जाने से संबंधित आंकड़े पेश किए और व्यवधान की वजहों के रूप में चालक दल की तैनाती से जुड़ी चुनौतियां, संशोधित उड़ान ड्यूटी समयसीमा (एफडीटीएल) नियमों के क्रियान्वयन से जुड़े बदलाव और मौसम संबंधी बाधाओं का हवाला दिया।
नागर विमानन मंत्री ने स्थिति संभालने के लिए अपनाए गए तौर-तरीकों पर अपना असंतोष जताते हुए कहा कि नए नियामकीय प्रावधानों के अनुरूप खुद को तैयार करने के लिए विमान कंपनी के पास पर्याप्त समय था।
नायडू ने इंडिगो को निर्देश दिया कि उड़ानों के रद्द होने संबंधी सभी जानकारी यात्रियों को समय पर उपलब्ध कराई जाए और जरूरी होने पर यात्रियों को होटल सुविधा सहित सभी जरूरी इंतजाम मुहैया कराए जाएं।
बयान के मुताबिक, नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) को इंडिगो के परिचालन की वास्तविक समय में सख्त निगरानी करने, प्रमुख हवाई अड्डों पर मैदानी निरीक्षण बढ़ाने और देरी या उड़ाने रद्द करने की स्थिति में यात्री प्रबंधन एवं संचार व्यवस्थाओं पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए अधिकारियों को इंडिगो के परिचालन नियंत्रण केंद्रों में तैनात किया गया है।
नायडू ने भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ भी समीक्षा बैठक की और निर्देश दिया कि सभी हवाई अड्डा निदेशक जमीनी स्थिति पर निरंतर नजर रखें तथा समन्वय सुनिश्चित करें।
देश की सबसे बड़ी विमान कंपनी इंडिगो सामान्य दिनों में लगभग 2,300 उड़ानें संचालित करती है। बृहस्पतिवार को एयरलाइन ने 550 से अधिक उड़ानें रद्द कीं।
भाषा प्रेम प्रेम निहारिका
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