(Dassault Aviation Share, Image Credit: Meta AI)
Dassault Aviation Share: भारत और पाकिस्तान के बीच तवाव बढ़ते ही जा रहा है। पाकिस्तान के द्वारा किए जा रहे नापाक हरकतों का भारत मुंहतोड़ जवाब दे रहा है। वहीं, भारत के जवाबी कार्रवाई से पाकिस्तान में दहशत का माहौल है। भारत के पास मौजूद राफेल जैसे अत्याधुनिक लड़ाकू विमान पाकिस्तान के लिए खौफ पैदा कर दिया है। इसी बीच, राफेल विमान बनाने वाली कंपनी के स्टॉक में जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है।
राफेल विमान बनाने वाली कंपनी का नाम डसॉल्ट एविएशन (Dassault Aviation) है, जो फ्रांस की एक प्रमुख एयरोस्पेस कंपनी है। 2025 में अब तक इस कंपनी के शेयर 66% से अधिक बढ़ चुका है। पेरिस स्टॉक एक्सचेंज में इसके शयेर 325 यूरो के पार पहुंच गया, जबकि 31 दिसंबर 2024 को यह 195.90 यूरो पर बंद हुए थे।
डसॉल्ड एविएशन सैन्य विमानों, बिजनेस जेट्स और स्पेस सिस्टम्स का निर्माण करती है। इसकी पैरेंट कंपनी ग्रुप इंडस्ट्रियल मार्सेल डसॉल्ट के पास इसमें 66.28% हिस्सेदारी है। वहीं एयरबस के पास 10.56% हिस्सेदारी है, जबकि बाकी शेयर बाजार में फ्री-फ्लोट है। भारत के अलावा, मिस्त्र और कतर की सेनाओं में भी राफेल विमान शामिल है।
बता दें कि, हाल ही में भारत ने फ्रांस के साथ एक नई डील किया है, जिसके तहत नौसेना के लिए 26 राफेल मरीन वर्जन खरीदे जाएंगे। यह सौदा लगभग 64 हजार करोड़ रुपये का है और इन विमानों की डिलीवरी 2028 से शुरू होकर 2030 तक पूरी होगी। भारत में ही इनके इंजन, सेंसर, हथियार और अन्य पार्ट्स की मरम्मत व रखरखाव की सुविधाओं की स्थापना का प्रावधान है।
भारत ने सितंबर 2016 में 36 राफेल लड़ाकू विमानों के लिए 7.8 बिलियन यूरो की डील की थी। इनकी डिलीवरी 2019 में शुरू हुई थी और सभी विमान छह साल में भारत को मिल गए। इस सौदे में स्पेयर पार्ट्स और मेटियोर मिसाइल जैसे अत्याधुनिक हथियार भी शामिल थे।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।