शुल्क से जुड़े जोखिम के बावजूद जीडीपी 6.3-6.8 प्रतिशत की दर से बढ़ेगीः नागेश्वरन

शुल्क से जुड़े जोखिम के बावजूद जीडीपी 6.3-6.8 प्रतिशत की दर से बढ़ेगीः नागेश्वरन

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  • Publish Date - August 29, 2025 / 08:21 PM IST,
    Updated On - August 29, 2025 / 08:21 PM IST

नयी दिल्ली, 29 अगस्त (भाषा) मुख्य आर्थिक सलाहकार वी. आनंद नागेश्वरन ने उच्च अमेरिकी शुल्क की वजह से जोखिम पैदा होने के बीच शुक्रवार को भरोसा जताया कि चालू वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था 6.3 से 6.8 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी।

उन्होंने कहा कि घरेलू मांग मजबूत बनी हुई है लेकिन अमेरिका में भारतीय उत्पादों पर 50 प्रतिशत का आयात शुल्क लगाए जाने से वृद्धि अनुमान पर थोड़ी प्रतिकूलता आ सकती है।

नागेश्वरन वित्त वर्ष 2025-26 की अप्रैल-जून तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 7.8 प्रतिशत रहने के आंकड़े सामने के बाद संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे।

उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिका की तरफ से लगाए गए उच्च आयात शुल्क अस्थायी ही साबित होंगे क्योंकि दोनों देश जुर्माने के तौर पर लगाए गए 25 प्रतिशत शुल्क को हटाने और उसके बाद द्विपक्षीय व्यापार समझौते को लेकर बातचीत कर रहे हैं।’’

नागेश्वरन ने कहा, ‘‘अमेरिका द्वारा लगाए गए जवाबी आयात शुल्क और दंडात्मक करों के बावजूद, हम पहली तिमाही की वृद्धि की मजबूती को देखते हुए चालू वित्त वर्ष के लिए 6.3 से 6.8 प्रतिशत वृद्धि अनुमान को बरकरार रख रहे हैं।’’

उन्होंने कहा कि देश के जीडीपी वृद्धि अनुमान में बड़ी गिरावट की आशंका नहीं है। जनवरी में संसद में पेश आर्थिक समीक्षा में भी 2025-26 के लिए वास्तविक वृद्धि दर 6.3 से 6.8 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया गया था।

मुख्य आर्थिक सलाहकार ने उम्मीद जताई कि आगामी तिमाहियों में समग्र मांग बनी रहेगी क्योंकि जीएसटी दर में कटौती किए जाने की संभावना है और त्योहारी मौसम खपत को प्रोत्साहित करेगा।

भाषा प्रेम प्रेम रमण

रमण