डिजिटल रुपये से परिचालन दक्षता बढ़ेगी, वित्तीय समावेशन को बढ़ावा मिलेगा : चौधरी

डिजिटल रुपये से परिचालन दक्षता बढ़ेगी, वित्तीय समावेशन को बढ़ावा मिलेगा : चौधरी

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  • Publish Date - December 22, 2022 / 06:29 PM IST,
    Updated On - December 22, 2022 / 06:29 PM IST

नयी दिल्ली, 22 दिसंबर (भाषा) रिजर्व बैंक के कार्यकारी निदेशक अजय कुमार चौधरी ने बृहस्पतिवार को डिजिटल रुपये की पेशकश को ऐतिहासिक मील का पत्थर बताया।

उन्होंने कहा कि इस कदम से प्रणाली में परिचालन कार्यकुशलता और वित्तीय समावेशन को बढ़ावा मिलेगा।

केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा (सीबीडीसी) ट्रैकर के अनुसार, दुनिया के 95 प्रतिशत सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का प्रतिनिधित्व करने वाले लगभग 105 देशों ने डिजिटल मुद्रा की अपनाने की दिशा में कदम उठाए हैं।

चौधरी ने पीएचडी चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (पीएचडीसीसीआई) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि लगभग 50 देश डिजिटल मुद्रा पेश करने की तैयारी कर रहे हैं, जबकि 10 देश डिजिटल मुद्रा की पेशकश कर चुके हैं।

उन्होंने कहा कि डिजिटल रुपया भुगतान के तरीके में नवाचार को बढ़ावा देगा और इससे लचीलापन बढ़ेगा।

चौधरी ने डिजिटल मुद्रा और यूपीआई के बीच के अंतर को समझाते हुए कहा कि भौतिक मुद्रा की तरह, केंद्रीय बैंक द्वारा जारी की गई डिजिटल मुद्रा आरबीआई की देनदारी है, जबकि यूपीआई भुगतान का एक साधन है और यूपीआई के जरिये किया गया कोई भी लेनदेन संबंधित बैंक की देनदारी है।

भाषा पाण्डेय अजय

अजय