न्यूजीलैंड के साथ मुक्त व्यापार समझौता द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों को काफी मजबूत करेगा: सरकार

न्यूजीलैंड के साथ मुक्त व्यापार समझौता द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों को काफी मजबूत करेगा: सरकार

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  • Publish Date - December 22, 2025 / 12:56 PM IST,
    Updated On - December 22, 2025 / 12:56 PM IST

नयी दिल्ली, 22 दिसंबर (भाषा) न्यूजीलैंड के साथ मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों को बेहद गहरा करेगा, बाजार पहुंच को व्यापक करेगा और निवेश प्रवाह को बढ़ावा देगा। भारत ने सोमवार को बयान में यह बात कही।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और न्यूजीलैंड के उनके समकक्ष क्रिस्टोफर लक्सन ने दोनों देशों के बीच एक ‘‘ऐतिहासिक’’ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर बातचीत संपन्न होने की सोमवार को घोषणा की।

दोनों प्रधानमंत्रियों ने फोन पर बातचीत की जिसके बाद मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर वार्ता संपन्न होने की घोषणा की गई।

विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा, ‘‘ दोनों नेताओं ने ऐतिहासिक, महत्वाकांक्षी एवं पारस्परिक रूप से लाभकारी भारत-न्यूजीलैंड मुक्त व्यापार समझौते के सफल समापन की संयुक्त रूप से घोषणा की।’’

इसमें कहा गया है कि दोनों नेताओं ने इस बात पर सहमति जाहिर की कि नौ महीने के रिकॉर्ड समय में मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) का संपन्न होना दोनों देशों के बीच संबंधों को और गहरा करने की साझा महत्वाकांक्षा एवं राजनीतिक इच्छाशक्ति को दर्शाता है।

विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘ यह मुक्त व्यापार समझौता, द्विपक्षीय आर्थिक जुड़ाव को गहरा करेगा, बाजार पहुंच को व्यापक बनाएगा, निवेश प्रवाह को बढ़ावा देगा तथा दोनों देशों के बीच रणनीतिक सहयोग को मजबूत करेगा। साथ ही यह, दोनों देशों के नवोन्मेषकों, उद्यमियों, किसानों, लघु एवं मध्यम उद्यमों, छात्रों तथा युवाओं के लिए विभिन्न क्षेत्रों में नए अवसर खोलेगा।’’

इसमें कहा गया है कि दोनों नेताओं ने अगले पांच वर्ष में द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना करने के साथ-साथ अगले 15 वर्ष में न्यूजीलैंड के भारत में 20 अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश करने को लेकर विश्वास व्यक्त किया है।

विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘ दोनों नेताओं ने खेल, शिक्षा एवं लोगों के बीच संबंधों जैसे द्विपक्षीय सहयोग के अन्य क्षेत्रों में हासिल की गई प्रगति का भी स्वागत किया। साथ ही भारत-न्यूजीलैंड साझेदारी को और मजबूत करने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की।’’

भाषा निहारिका मनीषा

मनीषा