मोती की खेती के लिए अनुसूचित जनजाति के लोगों को किया जाएगा प्रशिक्षण, सरकार ने शुरू की तैयारी

सरकार ने मोती की खेती के लिये झारखंड की कंपनी से भागीदारी की

  •  
  • Publish Date - September 20, 2021 / 11:31 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:47 PM IST

नयी दिल्ली, जनजातीय कार्य मंत्रालय ने मोती की खेती के लिये अनुसूचित जनजाति के लोगों को प्रशिक्षण देने को लेकर झारखंड की कंपनी के साथ भागीदारी की है।

Read More News: रसेल-वरूण चक्रवर्ती की धारदार गेंदबाजी के सामने ढेर हुए RCB के खिलाड़ी, KKR की एकतरफा जीत

मंत्रालय के अधीन आने वाली एजेंसी ट्राइबल कोऑपरेटिव मार्केटिंग डेवलपमेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (ट्राइफेड) ने इसके लिये पूर्ति एग्रोटेक के साथ सोमवार को समझौता किया। यह कंपनी जनजातीय समुदाय से आने वाले उद्यमी बुद्धन सिंह पूर्ति की है। ट्राइफेड का काम जनजातीय समुदाय द्वारा बनाये गये उत्पादों का विपणन और संवर्धन करना है।

Read More News: ड्यूटी के दौरान पुलिस वाहन में ही सेक्स करने लगे पुरुष और महिला पुलिसकर्मी, स्पेशल डिवाइस में रिकॉर्ड हुई करतूत

मंत्रालय की झारखंड में वन धन विकास केंद्र के 25 संकुलों के विकास की योजना है। इसके तहत मोती की खेती शामिल की जा सकती है।

Read More News: लड़की छेड़ना युवक को पड़ गया भारी, परिजनों ने गले में पट्टा बांधकर बेरहमी से पीटा

वन धन विकास केंद्र कौशल विकास और क्षमता निर्माण प्रशिक्षण तथा प्राथमिक प्रसंस्करण एवं मूल्य संवर्धन सुविधाओं की स्थापना का केंद्र है।

Read More News:  दल बल के साथ सरेंडर करने थाने पहुंचा दुष्कर्म का आरोपी सरपंच, पीड़िता से शादी का सबूत पेश कर बोले- निर्दोष हूं