ग्रोव 175 करोड़ रुपये में इंडियाबुल्स म्यूचुअल फंड का अधिग्रहण करेगी

ग्रोव 175 करोड़ रुपये में इंडियाबुल्स म्यूचुअल फंड का अधिग्रहण करेगी

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  • Publish Date - May 11, 2021 / 05:56 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:10 PM IST

मुंबई, 11 मई (भाषा) वित्त प्रौद्योगिकी कंपनियों (फिनटेक) को संपत्ति प्रबंधन कंपनियों का स्वामित्व रखने की अनुमति मिलने के बाद इस तरह के पहले सौदे में, मंगलवार को ऑनलाइन निवेश मंच ग्रोव ने 175 करोड़ रुपये में इंडियाबुल्स म्यूचुअल फंड का पूर्ण रूप से अधिग्रहण करने की घोषणा की।

ग्रोव के सह-संस्थापक और मुख्य कार्यकारी ललित केशरे ने पीटीआई-भाषा को बताया कि कंपनी को एकदम आरंभ से व्यवसाय खड़ा करने में काफी समय लगता है। इंडियाबुल्स एसेट मैनेजमेंट कंपनी (आईबीएएमसी) और ट्रस्टी कंपनी का अधिग्रहण भी परिचालन टीम को उसकी यात्रा के दौरान मिली सीख से संभव हुआ है।

एक बयान में कहा गया है कि मूल कंपनी इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस पहले की तरह वैकल्पिक निवेश कोष (एआईएफ) और पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विस (पीएमएस) कारोबार चलाना जारी रखेगी। इसमें कहा गया है कि इन दो व्यवसायों को आईबीएएमसी से अलग किया जायेगा।

पूंजी बाजार नियामक सेबी द्वारा फिनटेक फर्मों को म्यूचुअल फंड कारोबार में प्रवेश करने की अनुमति देने के महीनों बाद अधिग्रहण की यह घोषणा हुई है। ऐसी खबर है कि अन्य फिनटेक भी इस व्यवसाय में प्रवेश करने की कोशिश कर रही हैं।

इंडियाबुल्स म्यूचुअल फंड के पास मार्च 2021 तक 663.68 करोड़ रुपये के तिमाही औसत आस्ति प्रबंधन के साथ 13 फंड हैं, जो दिसंबर 2020 के 921.33 करोड़ रुपये के फंड से कम है।

साझा कोष की बिक्री से मूल कंपनी इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस की वित्तीय स्थिति को मदद मिलेगी।

ग्रोव के करीब 1.5 करोड़ से अधिक ग्राहक हैं जो इस मंच का उपयोग साझा कोष, शेयर और एक्सचेंज से कारोबार किये जाने वाले फंड (ईटीएफ) में निवेश करने के लिए करते हैं।

भाषा राजेश राजेश महाबीर

महाबीर