गुवाहाटी, आठ दिसंबर (भाषा) गुवाहाटी शहर पूर्वोत्तर भारत की वाणिज्यिक ताकत के रूप में उभरकर सामने आया है और 2028 तक बड़े पैमाने पर होने वाले बुनियादी ढांचा निवेश इस क्षेत्र के रियल एस्टेट परिदृश्य को नया रूप देंगे। एक रिपोर्ट में यह संभावना जताई गई है।
वाणिज्यिक रियल एस्टेट और निवेश प्रबंधन कंपनी जेएलएल की रिपोर्ट कहती है कि आठ पूर्वोत्तर राज्यों के प्रवेश द्वार के रूप में गुवाहाटी शहर की रणनीतिक स्थिति, विश्वस्तरीय शैक्षणिक संस्थानों तथा विकसित होते व्यावसायिक परिवेश के सम्मिलित प्रभाव से यहां कार्यालय, खुदरा व्यापार और लॉजिस्टिक क्षेत्रों में निवेश की अभूतपूर्व रुचि पैदा हो रही है।
जेएलएल इंडिया की वरिष्ठ प्रबंध निदेशक सुरेखा बिहानी ने कहा, ‘आज गुवाहाटी भारत के सबसे आकर्षक रियल एस्टेट निवेश अवसरों में से एक है। यहां स्थान का रणनीतिक लाभ, परिवर्तनकारी आधारभूत संरचना विकास और मजबूत बाजार आधार एक साथ जुड़े हैं।’
उन्होंने कहा, ‘कार्यालय उपलब्धता में 80 प्रतिशत वृद्धि, खुदरा क्षेत्र में घटती रिक्तता और सीमित औद्योगिक सुविधाएं गुवाहाटी को पूर्वोत्तर भारत के आर्थिक विस्तार का प्रमुख प्रवेशद्वार बनाती हैं।’
उन्होंने यह भी कहा कि जो निवेशक बदलाव के इस दौर को पहचानेंगे, वे शहर के एक प्रमुख वाणिज्यिक केंद्र के रूप में विकसित होने से लाभ प्राप्त करेंगे।
रिपोर्ट के मुताबिक, कार्यालय बाजार तेजी से बढ़ रहा है। कुल कार्यालय क्षेत्र के 2024 के 20 लाख वर्गफुट से बढ़कर 2027 तक 36 लाख वर्गफुट होने का अनुमान है, जो 80 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
भाषा योगेश प्रेम
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