नयी दिल्ली, पांच नवंबर (भाषा) देश से टीवी, टायर, वॉलपेपर और एसी गैस कंप्रेसर जैसे गैर-आवश्यक उत्पादों का आयात घट रहा है। विदेश से कुछ वस्तुओं को मंगाने पर अंकुश, उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना और अनिवार्य गुणवत्ता मानदंड जैसे कदमों के चलते ऐसा हो रहा है।
एक अधिकारी ने कहा कि डंपिंग रोधी और प्रतिपूर्ति शुल्क लगाने जैसे अन्य उपायों से भी गैर-जरूरी आयात को नियंत्रित करने में मदद मिली है। आयात गहन क्षेत्रों में घरेलू उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए ये कदम उठाए गए हैं।
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के एक विश्लेषण के अनुसार, टायरों पर लगाए गए आयात अंकुशों के चलते इन उत्पादों का आयात 2019-20 के 27.6 करोड़ अमेरिकी डॉलर से 74 प्रतिशत घटकर 2022-23 में 7.4 करोड़ डॉलर रह गया है।
कैलेंडर वर्ष के अनुसार, यह आयात इस साल जुलाई तक घटकर 3.6 करोड़ डॉलर रह गया है, जबकि 2018 में यह 35.3 करोड़ अमेरिकी डॉलर था।
कागज आयात निगरानी प्रणाली (पीआईएमएस) की शुरुआत के कारण इस साल अप्रैल-अगस्त के दौरान वॉलपेपर का आयात 77 प्रतिशत कम होकर एक करोड़ डॉलर रह गया, जो पिछले साल इसी अवधि में 4.4 करोड़ डॉलर था।
इसी तरह, फुटवियर के लिए गुणवत्ता नियंत्रण आदेश (क्यूसीओ) को लागू करने से इस साल जुलाई-अगस्त के दौरान आयात 54 प्रतिशत घटकर 7.5 करोड़ डॉलर पर आ गया।
अप्रैल-अगस्त, 2023 के दौरान एसी गैस कंप्रेसर का आयात 10 प्रतिशत घटकर 17.7 करोड़ डॉलर रह गया, जबकि पिछले साल की इसी अवधि में यह 19.7 करोड़ अमेरिकी डॉलर था।
अधिकारी ने कहा कि गैर-जरूरी वस्तुओं के आयात में कटौती के तरीकों पर चर्चा के लिए एक अंतर-मंत्रालयी समिति नियमित रूप से बैठक करती है।
भाषा पाण्डेय अजय
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