नयी दिल्ली, 22 दिसंबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत और न्यूजीलैंड के बीच मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के लिए नौ महीनों में बातचीत पूरी होने को एक ‘ऐतिहासिक मील का पत्थर’ बताया है।
उन्होंने सोमवार को कहा कि इससे दोनों देशों की मजबूत राजनीतिक इच्छाशक्ति और द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों को गहरा करने की साझा महत्वाकांक्षा का पता चलता है।
एफटीए दोनों देशों के लिए अधिक बाजार पहुंच सुनिश्चित करेगा और निवेश प्रवाह को बढ़ावा देगा, जिसमें अगले 15 वर्षों में 20 अरब अमेरिकी डॉलर की एफडीआई प्रतिबद्धता भी शामिल है।
मोदी और न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सोन ने व्यापार समझौते की बातचीत पूरी होने के बाद फोन पर बात की।
मोदी ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘सिर्फ नौ महीनों में पूरी हुई यह वार्ता ऐतिहासिक मील का पत्थर है, जिससे हमारे दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को मजबूत करने की राजनीतिक इच्छा और साझा महत्वाकांक्षा का पता चलता है।’’
उन्होंने कहा कि यह एफटीए बाजार पहुंच को बढ़ाएगा और निवेश प्रवाह को मजबूत करेगा, साथ ही नवाचार करने वालों, उद्यमियों, किसानों, एमएसएमई, छात्रों और युवाओं के लिए कई अवसर लाएगा।
इससे पहले विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों प्रधानमंत्रियों ने फोन पर बातचीत की, जिसके बाद मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर वार्ता संपन्न होने की घोषणा की गई।
मंत्रालय ने बयान में कहा, ‘‘दोनों नेताओं ने ऐतिहासिक, महत्वाकांक्षी एवं पारस्परिक रूप से लाभकारी भारत-न्यूजीलैंड मुक्त व्यापार समझौते के सफल समापन की संयुक्त रूप से घोषणा की।’’
इसमें कहा गया है कि दोनों नेताओं ने इस बात पर सहमति जाहिर की कि नौ महीने के रिकॉर्ड समय में मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) का संपन्न होना दोनों देशों के बीच संबंधों को और गहरा करने की साझा महत्वाकांक्षा एवं राजनीतिक इच्छाशक्ति को दर्शाता है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि भारत-न्यूजीलैंड मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में लोगों के हित में विदेश नीति का एक उदाहरण है।
उन्होंने इसे मोदी सरकार की व्यापार कूटनीति में एक नया मील का पत्थर बताया। उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘यह इस बात का उदाहरण है कि कैसे जन-केंद्रित विदेश नीति प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में नागरिकों की आकांक्षाओं को पूरा कर रही है।’’
भाषा पाण्डेय अजय
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