अंतरिम व्यापार समझौते को लेकर भारत, अमेरिका अंतिम दौर की कोशिशों में जुटे

अंतरिम व्यापार समझौते को लेकर भारत, अमेरिका अंतिम दौर की कोशिशों में जुटे

  •  
  • Publish Date - July 30, 2025 / 05:43 PM IST,
    Updated On - July 30, 2025 / 05:43 PM IST

नयी दिल्ली, 30 जुलाई (भाषा) भारत और अमेरिका के बीच अंतरिम व्यापार समझौते को लेकर एक अगस्त की समयसीमा खत्म होने से पहले अंतिम दौर की कोशिशें की जा रही हैं। सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी।

सूत्रों ने कहा कि दोनों पक्ष व्यापार समझौते से संबंधित आपसी मतभेदों को दूर करने की दिशा में गंभीर बातचीत कर रहे हैं ताकि शुल्क वृद्धि से बचा जा सके।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अप्रैल में भारत समेत कई देशों पर 26 प्रतिशत का अतिरिक्त शुल्क लगाया था लेकिन उसे नौ जुलाई तक के लिए निलंबित कर दिया गया था। बाद में इस स्थगन को एक अगस्त तक के लिए बढ़ा दिया गया था। हालांकि, इस दौरान 10 प्रतिशत का मूल शुल्क लागू है।

भारत और अमेरिका सीमा शुल्क को तर्कसंगत रूप देने के लिए द्विपक्षीय व्यापार समझौते को लेकर बातचीत कर रहे हैं। उनकी कोशिश है कि एक अगस्त के पहले एक अंतरिम समझौता कर लिया जाए लेकिन अभी तक इस पर अंतिम सहमति नहीं बन पाई है।

सूत्रों के मुताबिक, अगर अंतरिम समझौते पर बातचीत एक अगस्त के आगे भी जारी रहती है तो नया समझौता मौजूदा शुल्क ढांचे को निष्प्रभावी कर देगा।

एक सूत्र ने कहा, ‘‘अमेरिका और भारत के बीच इस मुद्दे पर बातचीत का दौर जारी है।’’

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को कहा कि भारत के साथ व्यापार समझौते को अभी तक अंतिम रूप नहीं दिया जा सका है।

इसके साथ ही ट्रंप ने भारतीय आयात पर 20-25 प्रतिशत शुल्क लगने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर भी सकारात्मक जवाब दिया।

इस बीच, अमेरिका की एक वार्ताकार टीम 25 अगस्त को भारत दौरे पर आएगी जो प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) पर अगले दौर की बातचीत में हिस्सा लेगी।

पिछले सप्ताह वाशिंगटन में हुई पांचवीं दौर की वार्ता में सीमा शुल्क और व्यापार सुविधा से जुड़े विषयों पर चर्चा हुई थी।

दोनों देश सितंबर-अक्टूबर तक द्विपक्षीय व्यापार समझौते के पहले चरण को अंतिम रूप देने की कोशिश कर रहे हैं। उससे पहले एक अंतरिम समझौते की उम्मीद जताई जा रही है।

भारत का अमेरिका को वस्तु निर्यात चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 22.8 प्रतिशत बढ़कर 25.51 अरब डॉलर हो गया जबकि आयात 11.68 प्रतिशत बढ़कर 12.86 अरब डॉलर रहा।

भाषा प्रेम प्रेम अजय

अजय