नयी दिल्ली, 26 अगस्त (भाषा) स्थानीय शेयर बाजारों में मंगलवार को भारी गिरावट के कारण निवेशकों के 5.41 लाख करोड़ रुपये डूब गए।
अमेरिका के भारतीय उत्पादों पर अतिरिक्त 25 प्रतिशत शुल्क लगाने संबंधी मसौदा नोटिस जारी करने के बाद चौतरफा बिकवाली के दबाव के कारण बीएसई सेंसेक्स 849 अंक गिरकर 81,000 अंक के स्तर से नीचे बंद हुआ।
इस दौरान 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 849.37 अंक या 1.04 प्रतिशत गिरकर 80,786.54 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स के 25 शेयर नुकसान में रहे, जबकि पांच बढ़त के साथ बंद हुए।
बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 5.41 लाख करोड़ रुपये घटकर 449.45 लाख करोड़ रुपये रह गया।
विदेशी कोषों की लगातार बिकवाली और कमजोर वैश्विक रुझान ने भी निवेशकों की धारणा को कमजोर किया। रियल्टी, फार्मा, बैंकिंग और धातु शेयरों में बिकवाली का सबसे अधिक असर पड़ा, जबकि एफएमसीजी शेयरों ने मामूली बढ़त के साथ अपेक्षाकृत मजबूती दिखाई।
सेंसेक्स के शेयरों में सन फार्मास्युटिकल, टाटा स्टील, ट्रेंट, बजाज फाइनेंस, महिंद्रा एंड महिंद्रा, बजाज फिनसर्व, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एक्सिस बैंक, टेक महिंद्रा, अदाणी पोर्ट्स, टाइटन, बीईएल और लार्सन एंड टुब्रो में उल्लेखनीय गिरावट हुई।
दूसरी ओर हिंदुस्तान यूनिलीवर, मारुति सुजुकी इंडिया, आईटीसी, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और अल्ट्राटेक सीमेंट के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए।
अमेरिका ने भारतीय उत्पादों पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लागू करने के लिए एक मसौदा आदेश जारी किया है, जिसकी घोषणा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस महीने की शुरुआत में की थी। यह अतिरिक्त शुल्क 27 अगस्त से लागू होगा।
भाषा पाण्डेय अजय
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