नयी दिल्ली, 18 सितंबर (भाषा) जापान के सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉरपोरेशन ने सार्वजनिक क्षेत्र के भारतीय स्टेट बैंक और अन्य निवेशकों से यस बैंक में 20 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण पूरा कर लिया है। निजी क्षेत्र के बैंक ने बृहस्पतिवार को इसकी घोषणा की।
इस अधिग्रहण के साथ, सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉरपोरेशन (एसएमबीसी) यस बैंक में सबसे बड़ी शेयरधारक बन गयी है। जबकि एसबीआई के पास 10 प्रतिशत से अधिक की महत्वपूर्ण हिस्सेदारी बनी हुई है।
यह किसी भारतीय निजी क्षेत्र के बैंक में सबसे बड़ा सीमापार निवेश है।
इस अधिग्रहण के पूरा होने के साथ ही यस बैंक के बोर्ड में एसएमबीसी के दो नामित निदेशकों की नियुक्ति भी शामिल है। इस कदम से दोनों संस्थाओं के बीच संचालन व्यवस्था में सुधार और गहन रणनीतिक सहयोग को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
यस बैंक ने शेयर बाजार को दी जानकारी में कहा कि शिनिचिरो निशिनो और राजीव वीरवल्ली कन्नन को बैंक के निदेशक मंडल में शामिल किया गया है।
निजी क्षेत्र के बैंक ने कहा कि वह एसएमबीसी की वैश्विक क्षमताओं का लाभ उठाने, विशेष रूप से जापान और भारत के बीच व्यापार और निवेश प्रवाह को सुगम बनाने, और कॉरपोरेट बैंकिंग, ट्रेजरी सेवाओं और सीमापार समाधान के विकास में तेजी लाने की दिशा में काम करेगा।
यस बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) प्रशांत कुमार ने कहा, ‘‘इस लेन-देन का पूरा होना यस बैंक के लिए एक निर्णायक क्षण है। हमें एसएमबीसी का अपने सबसे बड़े शेयरधारक और बोर्ड भागीदार के रूप में स्वागत करते हुए गर्व हो रहा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘एसएमबीसी… और भारत के सबसे विश्वसनीय बैंक, एसबीआई के साथ, यस बैंक मजबूती से आगे बढ़ने, जापान-भारत व्यापार प्रवाह का विस्तार करने और सभी संबंधित पक्षों के लिए दीर्घकालिक मूल्य प्रदान करने को लेकर विशिष्ट स्थिति में है।’’
भाषा रमण अजय
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