चीज़ को लेकर कार्रवाई के बाद महाराष्ट्र एफडीए ने मैकडॉनल्ड्स आउटलेट का लाइसेंस बहाल किया

चीज़ को लेकर कार्रवाई के बाद महाराष्ट्र एफडीए ने मैकडॉनल्ड्स आउटलेट का लाइसेंस बहाल किया

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  • Publish Date - February 24, 2024 / 05:05 PM IST,
    Updated On - February 24, 2024 / 05:05 PM IST

मुंबई, 24 फरवरी (भाषा) महाराष्ट्र खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) ने चीज़ को लेकर मैकडॉनल्ड्स आउटलेट के खिलाफ कार्रवाई के बाद राज्य के अहमदनगर जिले में उसके आउटलेट के लाइसेंस को बहाल कर दिया है। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।

महाराष्ट्र एफडीए ने कंपनी के उत्पादों में इस्तेमाल होने वाले ‘चीज़’ की गुणवत्ता को लेकर उसके लाइसेंस को निलंबित कर दिया था।

वेस्टलाइफ फूडवर्ल्ड लिमिटेड की अनुषंगी इकाई हार्डकॉसल रेस्टोरेंट के पास भारत के पश्चिम और दक्षिण बाजारों में मैकडॉनल्ड्स रेस्टोरेंट के स्वामित्व और संचालन का फ्रेंचाइजी अधिकार है।

मैकडॉनल्ड्स इंडिया (पश्चिम और दक्षिण) ने एक बयान में कहा था कि वह इस बारे में ”सक्षम अधिकारियों” के साथ सहयोग कर रही है।

अधिकारी ने बताया कि हाल में फ्रेंचाइजी ने एक अनुपालन रिपोर्ट दायर कर बताया कि उत्पाद के नाम से चीज़ शब्द हटा दिया गया है। इसके बाद लाइसेंस को बहाल कर दिया गया।

एफडीए-अहमदनगर के खाद्य सुरक्षा अधिकारी राजेंद्र बेडे ने कहा, ”अक्टूबर 2023 में, हमने केडगांव में आउटलेट का दौरा किया और पाया कि आउटलेट पर प्रदर्शित खाद्य पदार्थों के नामों में अमेरिकन चीज़ बर्गर, अमेरिकन चीज़ नगेट्स, चीज़ बर्गर, इटालियन चीज़ लावा बर्गर और ब्लूबेरी चीज़ केक शामिल थे। ये सभी नाम उनके उत्पादों के ब्रांड नाम हैं।”

बेडे ने कहा कि विश्लेषण करने के बाद, उन्होंने पाया कि उत्पादों में शुद्ध चीज़ के बजाय उससे मिलते-जुलते उत्पाद का उपयोग किया जा रहा था।

उन्होंने बताया कि तकनीकी रूप से, इसे चीज़ एनालॉग या चीज़ का विकल्प कहा जाता है। शुद्ध चीज़ में दूध वसा होता है, जबकि पनीर एनालॉग में दूध वसा और वनस्पति वसा दोनों होते हैं।

इसके बाद कंपनी से स्पष्टीकरण मांग गया। अधिकारी ने कहा कि चूंकि उनका स्पष्टीकरण असंतोषजनक था, इसलिए पिछले साल नवंबर में उनका लाइसेंस निलंबित कर दिया गया।

बेडे ने कहा कि अपनी अनुपालन रिपोर्ट में अमेरिकी कंपनी ने कहा कि उन्होंने लेबल में संशोधन किया है। उन्होंने बताया, ”उनकी अनुपालन रिपोर्ट मिलने पर, निलंबन को रद्द करने का निर्णय लिया गया और उन्हें पहले की तरह व्यवसाय फिर से शुरू करने की अनुमति दी गई है।”

भाषा पाण्डेय

पाण्डेय

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