Petrol Diesel Price Today News: सस्ता हुआ पेट्रोल, डीजल के रेट में भी 5 रुपए ज्यादा की गिरावट, जानिए आपके शहर में क्या है रेट
Petrol Diesel Price Today News: सस्ता हुआ पेट्रोल, डीजल के रेट में भी 5 रुपए ज्यादा की गिरावट, जानिए आपके शहर में क्या है रेट
Petrol Diesel Price 03 October 2025: 82 रुपए लीटर हुआ पेट्रोल का दाम, डीजल भी 80 रुपए नीचे / Image: File
- पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कमी
- 5.31 रुपए सस्ता हुआ डीजल
- पेट्रोल और डीजल पर उच्च कर और शुल्क वसूले जाते हैं
इस्लामाबाद: Petrol Diesel Price Today News वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में लगातार उतार चढ़ाव देखने को मिल रहा है, जिसका असर स्थानीय बाजार में भी दिख रहा है। स्थानीय बाजार में पेट्रोल-डीजल के रेट में भी उतार चढ़ाव लगातार जारी है। लेकिन दूसरी ओर आम जनता सरकार से उम्मीद लगाए बैठी है कि पेट्रोल-डीजल के रेट में कमी आएगी। पेट्रोल-डीजल के दाम में वृद्धि होने से दैनिक उपभोग और जरूरी सामान के रेट में अंतर देखने को मिलता है। इस बीच खबर आ रही है कि सरकार ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों कमी की है।
Petrol Diesel Price Today News वित्त मंत्रालय की ओर से जारी आदेश के अनुसार सरकार ने डीजल की कीमत में 5.31 रुपए की कमी की है। जबकि पेट्रोल के दाम में 0.50 पैसे की मामूली कटौती की है। वहीं केरोसिन के दाम में 3.53 रुपए की गिरावट देखने को मिली है। पाकिस्तान सरकार की ओर से रमजान से पहले लिया गया ये फैसला किसी राहत से कम नहीं है।
जारी अधिसूचना के अनुसार पेट्रोल की कीमत में 0.50 रुपए प्रति लीटर की कमी के बाद अब प्रति लीटर पेट्रोल की नई कीमत 255.63 रुपए हो गई है। इसी तरह हाई-स्पीड डीजल की कीमत में भी 5.31 रुपए प्रति लीटर की कमी की गई है, अब इसकी कीमत 258.64 रुपए प्रति लीटर है। इसके अलावा केरोसिन तेल की कीमत भी 3.53 रुपए कम करके 168.12 रुपए प्रति लीटर कर दी गई है।
सरकार पेट्रोल और एचएसडी पर लगभग 76 रुपए प्रति लीटर कर वसूलती है, जिसमें 60 रुपए प्रति लीटर का पेट्रोलियम विकास शुल्क (पीडीएल) शामिल है। जबकि सामान्य बिक्री कर (जीएसटी) शून्य पर रहता है, अधिकारी दोनों उत्पादों पर 16 रुपये प्रति लीटर का अतिरिक्त सीमा शुल्क लगाते हैं, भले ही वे स्थानीय रूप से उत्पादन किए गए हों या आयातित हों।
पेट्रोल निजी परिवहन, छोटे वाहनों, मोटरसाइकिलों और रिक्शा के लिए एक प्रमुख ईंधन है, जो इसे मध्यम और निम्न-मध्यम वर्ग के उपभोक्ताओं के लिए एक आवश्यक वस्तु बनाता है। इसकी कीमत में कोई भी वृद्धि सीधे घरेलू बजट को प्रभावित करती है, जिससे पहले से ही मुद्रास्फीति से जूझ रहे लोगों पर और बोझ पड़ता है।

Facebook



