छोटे खंडों में बंटे उद्योगों के लिए अलग नियम बनाने को तैयारः सेबी प्रमुख

छोटे खंडों में बंटे उद्योगों के लिए अलग नियम बनाने को तैयारः सेबी प्रमुख

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  • Publish Date - October 4, 2023 / 09:10 PM IST,
    Updated On - October 4, 2023 / 09:10 PM IST

मुंबई, चार अक्टूबर (भाषा) पूंजी बाजार नियामक सेबी की प्रमुख माधवी पुरी बुच ने बुधवार को कहा कि नियमों के संदर्भ में नियामक सभी तरह की कंपनियों, खासकर कई छोटे खंडों में बंटे उद्योगों के लिए एक ही तरह का रवैया अपनाने के पक्ष में नहीं है।

बुच ने पंजीकृत निवेश सलाहकारों के संगठन एआरआईए के एक कार्यक्रम में कहा कि सेबी नियमों के निर्माण में मिलजुलकर काम करने में यकीन रखता है। उन्होंने निवेश सलाहकारों से सेबी के कामकाज में मौजूद खामियों को दुरूस्त करने में मददगार बनने का अनुरोध भी किया।

भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की प्रमुख ने कहा, ‘आपकी संरचना ही ऐसी है कि आप नियमों का पालन करने से ज्यादा उन्हें दरकिनार करने में अधिक यकीन करते हैं। असल में आप नियामकीय राह से काफी दूर हैं।’

उन्होंने कहा, ‘हम इस बात से सहमत हैं कि सभी के लिए एक ही रवैया नहीं होना चाहिए। विस्तृत निवेश सलाहकार मंच के दायरे में आने वाले क्षेत्रों के लिए अलग-अलग नियम बनाने को लेकर हमारी खुली सोच है। लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि आप हमसे इन उपखंडों के भीतर के हरेक हिस्से के लिए अलग-अलग मानक तैयार करने की उम्मीद करें।’

बुच ने निवेश सलाहकारों से नियमों को जमीनी स्तर तक पहुंचाने में मदद का अनुरोध करते हुए कहा कि एआईआरए उद्योग निकाय होने के नाते लोगों के अधिक करीब है।

सेबी प्रमुख ने हिदायती स्वर में कहा, ‘आप गर्व से कहते हैं कि सेबी नियमों में निर्धारित शुल्क के अतिरिक्त आप कोई शुल्क नहीं लेते हैं। लेकिन आप यह भी मानते हैं कि आपका कमीशन एवं अन्य भुगतान आपके जीवनसाथी के खाते में जाता है। आप लोग इस ‘शानापंती’ (ज्यादा चालाक बनने) से परहेज करें।’

उन्होंने एआईआरए से निवेश सलाह के व्यवसाय में व्यापक गड़बड़ियों को दूर करने के लिए सक्रिय भूमिका निभाने का अनुरोध करते हुए कहा, ‘मैं लाखों अच्छे निवेश सलाहकार चाहती हूं। ऐसी व्यवस्था क्यों न हो जहां अच्छे सलाहकारों को खराब सलाहकारों से अधिक पैसे मिलें।’

भाषा प्रेम प्रेम रमण

रमण