सेंसेक्स 127 अंक टूटा, रिलायंस इंडस्ट्रीज में 2 प्रतिशत से अधिक की गिरावट |

सेंसेक्स 127 अंक टूटा, रिलायंस इंडस्ट्रीज में 2 प्रतिशत से अधिक की गिरावट

सेंसेक्स 127 अंक टूटा, रिलायंस इंडस्ट्रीज में 2 प्रतिशत से अधिक की गिरावट

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:52 PM IST, Published Date : September 13, 2021/6:26 pm IST

मुंबई, 13 सितंबर (भाषा) शेयर बाजारों में सोमवार को मजबूत समर्थन के अभाव में गिरावट रही और बीएसई सेंसेक्स तथा एनएसई निफ्टी दोनों हल्के नुकसान के साथ बंद हुए। सूचकांक में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाले रिलायंस इंडस्ट्रीज में गिरावट का असर बाजार पर पड़ा। कंपनी के सस्ता स्मार्टफोन पेश करने में देरी से शेयर नीचे आया।

कारोबारियों के अनुसार अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर में गिरावट से भी निवेशक जोखिम लेने से बचे।

तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 127.31 अंक यानी 0.22 प्रतिशत टूटकर 58,177.76 पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 13.95 अंक यानी 0.08 प्रतिशत फिसलकर 17,355.30 अंक पर बंद हुआ।

सेंसेक्स के शेयरों में 2.22 प्रतिशत की गिरावट के साथ सर्वाधिक नुकसान में रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर रहा। कंपनी ने गूगल के साथ मिलकर विकसित किये जा रहे सस्ते स्मार्टफोन को पेश करने का कार्यक्रम दिवाली तक टाल दिया। इसके बाद, कंपनी का शेयर नीचे आ गया। संभवत: सेमीकंडक्टर की समस्या के कारण यह कदम उठाया गया है।

जियो फोन नेक्स्ट को पिछले सप्ताह 10 सितंबर को पेश करने की योजना थी।

इसके अलावा, आईसीआईसीआई बैंक, एचयूएल, एचडीएफसी बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, अल्ट्राटेक सीमेंट, इंडसइंड बैंक और टेक महिंद्रा में भी प्रमुख रूप से 1.79 प्रतिशत तक की गिरावट रही।

दूसरी तरफ, लाभ में रहने वाले शेयरों में टीसीएस, भारती एयरटेल, बजाज फिनसर्व, टाटा स्टील, मारुति और कोटक बैंक शामिल हैं। इनमें 1.38 प्रतिशत की तेजी आयी।

सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 20 लाभ में रहें।

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘मुद्रास्फीति आंकड़ा आने से पहले उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में भारतीय शेयर बाजार नुकसान में रहें। बेहतर संकेत के बावजूद, वैश्विक बाजार एशियाई बाजारों को गति देने में विफल रहें।’’

उन्होंने कहा, ‘‘यूरोपीय सेंट्रल बैंक ने पिछले सप्ताह मौद्रिक नीति समीक्षा में वृद्धि और मुद्रास्फीति के अनुमान को बढ़ा दिया। इसका कारण आर्थिक पुनरूद्धार में तेजी है। इसके साथ महामारी से अर्थव्यवस्था को राहत देने के लिये शुरू किये गये बांड खरीद कार्यक्रम की गति हल्की की गयी है।’’

एलकेपी सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख एस रंगनाथन ने कहा कि पिछले कुछ सप्ताह जोरदार तेजी के साथ आगे बढ़ने वाले सूचकांक फिलहाल सीमित दायरे में रहे।

उन्होंने कहा, ‘‘हाल की गिरावट के बाद कुछ चुनिंदा छोटी एवं मझोली कंपनियों के शेयरों में गतिविधियां देखने को मिलीं। हालांकि, बाजार प्रतिभागी शेयर के दाम चढ़ने को देखते हुए सतर्क रुख अपना रहे हैं…।’’

एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई, सिओल और तोक्यो लाभ में रहें जबकि हांगकांग नुकसान में रहा। यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर के कारोबार में तेजी रही।

इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.91 प्रतिशत मजबूत होकर 73.58 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।

अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर सोमवार को 18 पैसे फिसलकर 73.68 रुपये प्रति डॉलर प्रति डॉलर पर पहुंच गयी।

भाषा

रमण महाबीर

महाबीर

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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