एक्सिस बैंक में बिकवाली, भारत-पाक तनाव से शेयर बाजार गिरा, सेंसेक्स 589 अंक टूटा

एक्सिस बैंक में बिकवाली, भारत-पाक तनाव से शेयर बाजार गिरा, सेंसेक्स 589 अंक टूटा

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  • Publish Date - April 25, 2025 / 05:49 PM IST,
    Updated On - April 25, 2025 / 05:49 PM IST

मुंबई, 25 अप्रैल (भाषा) एक्सिस बैंक में बिकवाली और भारत-पाक सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच शुक्रवार को स्थानीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांकों सेंसेक्स और निफ्टी में खासी गिरावट दर्ज की गई।

बीएसई का 30 शेयरों वाला मानक सूचकांक सेंसेक्स शुरुआती बढ़त को गंवाते हुए 588.90 अंक यानी 0.74 प्रतिशत टूटकर 79,212.53 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 1,195.62 अंक टूटकर 78,605.81 अंक पर आ गया था।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के सूचकांक निफ्टी में दूसरे दिन भी गिरावट जारी रही और यह 207.35 अंक यानी 0.86 प्रतिशत गिरकर 24,039.35 अंक पर बंद हुआ।

विशेषज्ञों ने कहा कि मंगलवार को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव की चिंताओं ने बाजार की धारणा को प्रभावित किया। आईटी सूचकांक को छोड़कर सभी सूचकांक लाल निशान में बंद हुए। मुनाफावसूली के कारण मिडकैप सूचकांक और स्मॉलकैप सूचकांक में दो प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई।

जियोजित इन्वेस्टमेंट लिमिटेड के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ”भारत-पाक सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच निवेशकों ने सतर्क धारणा बना ली है। ऊंचे मूल्यांकन और तिमाही नतीजों की सुस्त शुरुआत के चलते मिडकैप एवं स्मॉलकैप शेयरों में बिकवाली देखी गई।”

सेंसेक्स के शेयरों में अदाणी पोर्ट्स, एक्सिस बैंक, इटरनल (जोमैटो), बजाज फिनसर्व, पावर ग्रिड, मारुति, बजाज फाइनेंस, टाटा मोटर्स, टाटा स्टील और एनटीपीसी में सबसे अधिक गिरावट हुई।

दूसरी तरफ, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, इन्फोसिस, टेक महिंद्रा, अल्ट्राटेक सीमेंट, इंडसइंड बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर और आईसीआईसीआई बैंक के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए।

एसएमसी ग्लोबल सिक्योरिटीज के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अजय गर्ग ने कहा कि शुक्रवार को निफ्टी के उच्च स्तर पर खुलने के बावजूद पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के कारण सूचकांक में गिरावट देखी गई।

गर्ग ने कहा, ”भू-राजनीतिक तनाव के साथ ही निवेशकों के मुनाफावसूली करने से भी बाजार में गिरावट बढ़ी।”

रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) अजीत मिश्रा ने कहा, ”भू-राजनीतिक अनिश्चितता ने निवेशकों को जोखिम से बचने के लिए प्रेरित किया। ऐसे में हाल की जोरदार तेजी के बाद मुनाफावसूली शुरू हो गई है।”

बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक में 2.56 प्रतिशत और मिडकैप सूचकांक में 2.44 प्रतिशत की गिरावट आई।

क्षेत्रवार सूचकांकों में सेवा खंड में 3.11 प्रतिशत, उपयोगिता खंड में 2.96 प्रतिशत, रियल्टी में 2.87 प्रतिशत, बिजली में 2.77 प्रतिशत, उपभोक्ता विवेकाधीन वस्तुओं में 2.28 प्रतिशत, औद्योगिक वस्तुओं में 2.19 प्रतिशत और पूंजीगत सामान में 2.06 प्रतिशत की गिरावट हुई। वहीं आईटी क्षेत्र में तेजी रही।

बीएसई पर 3,246 शेयरों में गिरावट आई, जबकि 719 शेयर बढ़कर बंद हुए और 119 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ।

एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्केई और हांगकांग का हैंगसेंग बढ़कर बंद हुए। चीन का शंघाई कंपोजिट मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ।

यूरोप के बाजार दोपहर के सत्र में बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। अमेरिकी बाजार बृहस्पतिवार को बढ़त के साथ बंद हुए थे।

शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बृहस्पतिवार को 8,250.53 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।

वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.50 प्रतिशत गिरकर 66.24 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।

भाषा पाण्डेय प्रेम

प्रेम