कुशल मजदूरों के पलायन से उद्योगों पर छाया संकट, लॉकडाउन में छूट के बाद भी स्थिति सामान्य होने का इंतजार

कुशल मजदूरों के पलायन से उद्योगों पर छाया संकट, लॉकडाउन में छूट के बाद भी स्थिति सामान्य होने का इंतजार

कुशल मजदूरों के पलायन से उद्योगों पर छाया संकट, लॉकडाउन में छूट के बाद भी स्थिति सामान्य होने का इंतजार
Modified Date: November 29, 2022 / 07:47 pm IST
Published Date: May 19, 2020 10:59 am IST

रायगढ़। केंद्र व राज्य सरकार ने भले ही लॉक डाउन में उद्योगों को परिचालन की छूट दे दी हो लेकिन जिले में 50 फीसदी से अधिक लघु और मध्यम इकाइयां अब तक पूरी तरह शुरु नहीं हो पाई हैं। कुशल मजदूरों के पलायन कर लेने की वजह से जिले के उद्योग संकट से जूझ रहे हैं। आलम ये है कि उद्यमी अब स्थिति सामान्य होने का इंतजार कर रहे हैं।

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दरअसल रायगढ़ जिले में सूक्ष्म, अतिसूक्ष्म और छोटी और मध्यम इकाईयों को मिलाकर तकरीबन ढाई हजार उद्योग हैं। लॉक डाउन के बाद से ही ये उद्योग बंद थे। केंद्र व राज्य सरकार से उद्योगों को परिचालन की छूट मिलने के बाद तकरीबन 5 सौ उद्योगों ने परिचालन के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था लेकिन उसके बाद भी 50 से 60 फीसदी उद्योग शुरू नही हो पाए हैं।

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शहर के इंडस्ट्रियल पार्क में छोटे उद्योग अभी भी बंद पड़े हैं। उद्यमियों का कहना है कि लॉक डाउन की वजह से मंदी की मार है। उस पर अधिकांश श्रमिक झारखंड उड़ीसा या फिर बिहार के हैं जो कि लॉक डाउन के बाद पलायन कर चुके हैं। ऐसे में उद्योगों में प्रोडक्शन संभव नहीं हैं। मध्यम कैटेगिरी के कुछ स्टील उद्योग शुरू भी हो चुके हैं तो वे अब मार्केट में सेल नहीं होने की वजह से बंद करने की स्थिति में हैं।

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उद्यमियों का कहना है कि वर्तमान में मार्केट में मंदी की स्थिति है और केंद्र सरकार से किसी तरह की कोई बड़ी राहत नहीं मिली हैं। बैंकों के कर्ज को देखते हुए उद्यमी परेशान हैं ऐसे में वे स्थिति सामान्य होने के बाद ही प्रोडक्शन शुरु कर पाएँगे।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com