नयी दिल्ली, 25 अक्टूबर (भाषा) रेलिगेयर एंटरप्राइजेज की धोखाधड़ी से प्रभावित इकाई रेलिगेयर फिनवेस्ट में हिस्सेदारी लेने में कुछ वैश्विक और घरेलू निवेशकों ने रुचि दिखाई है। इससे कंपनी को ऋणदाताओं का बकाया चुकाने में मदद मिलेगी।
भारतीय रिजर्व बैंक ने इस साल मार्च में रेलिगेयर एंटरप्राइजेज के अपनी दो अनुषंगियों रेलिगेयर फिनवेस्ट लि. (आरएफएल) तथा रेलिगेयर हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन के टीसीजी एडवाइजरी सर्विसेज को बिक्री के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था।
ऋण समाधान प्रक्रिया के तहत कंपनी दोनों अनुषंगियों में अपनी हिस्सेदारी को 330 करोड़ रुपये में बेचने की योजना बना रही है।
बैंकिंग सूत्रों ने बताया कि रेलिगेयर एंटरप्राइजेज ने हालिया बैठक में आरएफएल के लिए कुछ निवेशकों को बैंकों से मिलवाया था।
ऋण पुनर्गठन के बारे में पूछे जाने पर आरएफएल के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) पंकज शर्मा ने कहा, ‘‘ऋण पुनर्गठन प्रक्रिया जिस तरीके से बढ़ रही है उससे हम संतुष्ट हैं। ऋणदाताओं की दो सप्ताह पहले हुई बैठक अर्थपूर्ण और आगे की सोच वाली रही। हमने इस बैठक में बैंकरो से कुछ संभावित निवेशकों का भी परिचय कराया।’’
भाषा अजय अजय मनोहर
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