दक्षिण-पूर्व एशिया एक प्रमुख बाजार के रूप में उभर रहा है,भारत में मौजूद अवसरों को लेकर उत्साहित: कैथे कार्गो

दक्षिण-पूर्व एशिया एक प्रमुख बाजार के रूप में उभर रहा है,भारत में मौजूद अवसरों को लेकर उत्साहित: कैथे कार्गो

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  • Publish Date - December 15, 2025 / 10:31 AM IST,
    Updated On - December 15, 2025 / 10:31 AM IST

(तस्वीर के साथ)

(थिरुमोय बनर्जी)

हांगकांग, 15 दिसंबर (भाषा) कैथे कार्गो के मालवाहक खंड के निर्देशक डोमिनिक पैरेट ने कहा कि दक्षिणपूर्व एशियाई देश मालवाहक कंपनियों के लिए तेजी से प्रमुख बाजारों के रूप में तब्दील हो रहे हैं जबकि भारत बेहतरीन अवसर प्रदान करता है।

डोमिनिक पेरेट ने यहां ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ साक्षात्कार में कहा कि हांगकांग और चीन इसके सबसे बड़े बाजार हैं लेकिन पिछले कुछ वर्ष में दक्षिण पूर्व एशिया एक ‘‘असाधारण’’ क्षेत्र के रूप में उभरा है।

उन्होंने कहा, ‘‘ मिसाल के तौर पर हम हर सप्ताह हनोई के लिए आठ मालवाहक जहाज भेजते हैं।’’

पेरेट ने साथ ही कहा कि सऊदी अरब जैसे देशों में भी हाल के दिनों में ई-कॉमर्स में वृद्धि देखी गई है जिससे इसकी मांग में और इजाफा हुआ है।

वर्ष 1946 में अपनी स्थापना के बाद से ही कैथे समूह की सफलता का आधार मालवाहक खंड रहा है जो दुनिया के सबसे व्यस्त मालवाहक हवाई अड्डे, हांगकांग अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (एचकेआईए) के माध्यम से वैश्विक व्यापार को जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

कैथे कार्गो एचकेआईए का सबसे बड़ा हवाई मालवाहक सेवा प्रदाता है और इसने अक्टूबर 2025 में 150,000 टन से अधिक ‘कार्गो’ को संभाला है।

पैरेट भारत में कारोबार को लेकर आशावादी नजर आए। फिलहाल, कैथे समूह की हवाई मालवाहक इकाई एक सप्ताह में भारत के लिए 13 मालवाहक उड़ानें संचालित करती है।

उन्होंने कहा कि ‘को-टर्मिनलाइजेशन’ भविष्य में एक महत्वपूर्ण कारक होगा जो वाहक को भारत में मालवाहक नेटवर्क का विस्तार करने में मदद कर सकता है।

‘को-टर्मिनलाइजेशन’ से तात्पर्य है कि एक ही मालवाहक जहाज हांगकांग लौटने से पहले भारत के एक से अधिक शहरों में सेवा प्रदान करता है।

उन्होंने कहा, ‘‘ हमें उम्मीद है कि भारत में ‘को-टर्मिनलाइजेशन’ को नीतिगत दृष्टिकोण से देखा जाएगा। ’’

भाषा निहारिका

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